डिफेंस सेक्टर में भारत पहले से और ज्यादा बनेगा ताकतवर : चेतक-चीता को बदलने की तैयारी, 200 नए हल्के हेलीकॉप्टर बढ़ाएंगे इंडियन एयरफोर्स की ताकत
वायुसेना को 80 हेलीकॉप्टरों की जरूरत है
वास्तविक समय में स्थिति की जानकारी प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ये हेलीकॉप्टर भारतीय सेना और वायुसेना दोनों के लिए होंगे। सेना को 120 और वायुसेना को 80 हेलीकॉप्टरों की जरूरत है।
नई दिल्ली। डिफेंस सेक्टर में भारत पहले से और ज्यादा ताकतवर होने वाला है। दरअसल रक्षा मंत्रालय अपनी पुरानी चेतक और चीता हेलीकॉप्टरों को बदलने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए लगभग 200 नए हल्के हेलीकॉप्टर खरीदे जाएंगे। इन हेलीकॉप्टरों को टोही और निगरानी हेलीकॉप्टर कहा जाता है। ये हेलीकॉप्टर खुफिया जानकारी इकट्ठा करने और वास्तविक समय में स्थिति की जानकारी प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ये हेलीकॉप्टर भारतीय सेना और वायुसेना दोनों के लिए होंगे। सेना को 120 और वायुसेना को 80 हेलीकॉप्टरों की जरूरत है।
सूचना का अनुरोध जारी किया
मंत्रालय ने इसके लिए सूचना का अनुरोध जारी किया है। इसका मकसद तकनीकी जरूरतों को तय करना, खरीद का तरीका तय करना और संभावित सप्लायरों की पहचान करना है। इसमें भारतीय कंपनियां भी शामिल हो सकती हैं जो मूल उपकरण निमार्ताओं के साथ मिलकर काम कर रही हैं। ये हेलीकॉप्टर दिन और रात दोनों समय काम करेंगे।
यह है खासियत?
नए हेलीकॉप्टर कई काम करेंगे। ये टोही और निगरानी करेंगे। छोटे सैनिकों या क्विक रिएक्शन टीमों को स्पेशल मिशन के लिए ले जाएंगे। ये ग्राउंड आॅपरेशन में मदद करेंगे, अंदरूनी और बाहरी सामान ले जाएंगे। ये अटैक हेलीकॉप्टरों के साथ स्काउटिंग करेंगे। घायल लोगों को निकालेंगे, जिसमें खोज और बचाव भी शामिल है। जरूरत पड़ने पर नागरिक अधिकारियों की भी मदद करेंगे।
156 लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर खरीदने की मिली मंजूरी
भारतीय वायुसेना ने पहले ही कई यूटिलिटी हेलीकॉप्टर खरीदने की योजना बनाई थी। संसद में पेश रक्षा संबंधी स्थायी समिति की रिपोर्ट के अनुसार, 2025-26 के लिए कुछ खास योजनाएं हैं। इनमें लो-लेवल रडार, लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट, लाइट यूटिलिटी हेलीकॉप्टर, मल्टीरोल हेलीकॉप्टर और लीज पर लिए गए मिड-एयर रिफ्यूलिंग एयरक्राफ्ट शामिल हैं। कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी ने हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड से 45,000 करोड़ रुपये से ज्यादा के 156 लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर खरीदने की मंजूरी दी है।
ये हेलीकॉप्टर सेना और वायुसेना दोनों के लिए होंगे। इनका इस्तेमाल चीन और पाकिस्तान की सीमाओं पर किया जाएगा। रक्षा सूत्रों ने बताया कि इससे देश में रोजगार बढ़ेगा और एयरोस्पेस इकोसिस्टम का विस्तार होगा।
भारत रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनेगा
यह कदम भारत को रक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने में मदद करेगा। इससे देश में रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। साथ ही, भारतीय सेना और वायुसेना की ताकत भी बढ़ेगी। नए हेलीकॉप्टर आधुनिक तकनीक से लैस होंगे और हर तरह की परिस्थिति में काम करने में सक्षम होंगे। इससे देश की सुरक्षा और भी मजबूत होगी। सरकार का यह फैसला देश के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है।

Comment List