वाहनों की बिक्री कम होना गंभीर आर्थिक संकट का इशारा : आम लोग भुगत रहे सरकार की गलत आर्थिक नीतियों का खामियाजा, राहुल गांधी ने कहा- किराया और घरेलू वस्तुओं के दाम बढ़ने से पिस रहा है आम आदमी
स्थिति में सुधार लाने के कोई प्रयास नहीं कर रही है
दूसरी तरफ, खर्च और कर्ज-दोनों लगातार बढ़ रहे हैं। मकान का किराया, घरेलू महंगाई, शिक्षा का खर्च, लगभग हर चीज महंगी होती जा रही है।
नई दिल्ली। लोकसभा में विपक्ष के नेता तथा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि देश में दुपहिया और 4 पहिया वाहनों की बिक्री कम होना गंभीर आर्थिक संकट की तरफ इशारा करता है और इससे स्पष्ट है कि देश की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है और आम लोगों को सरकार की गलत आर्थिक नीतियों का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। गांधी ने कहा कि एक तरफ वाहनों और मोबाइल जैसी आवश्यक वस्तु की बिक्री घट रही है, तो दूसरी तरफ शिक्षा, मकान का किराया और घरेलू काम की वस्तुओं के दाम लगातार बढ़ रहे हैं, जिसमें आम आदमी पिस रहा है और सरकार आर्थिक स्थिति में सुधार लाने के कोई प्रयास नहीं कर रही है। पिछले एक साल में दुपहिया वाहन की बिक्री 17 प्रतिशत और कार की बिक्री 8.6 प्रतिशत घट गई है। वहीं मोबाइल मार्केट सात प्रतिशत गिर गया है। दूसरी तरफ, खर्च और कर्ज-दोनों लगातार बढ़ रहे हैं। मकान का किराया, घरेलू महंगाई, शिक्षा का खर्च, लगभग हर चीज महंगी होती जा रही है।
गांधी ने कहा कि ये केवल आंकड़े नहीं हैं, बल्कि उस आर्थिक दबाव की हक़ीक़त है, जिसके नीचे आम भारतीय पिस रहा है। देश को ऐसी राजनीति चाहिए, जो निवेश की चमक से नहीं बल्कि, आम जिंदगी की सच्चाई से जुड़ी हो। देश को ऐसी राजनीति की जरूरत है, जो सही सवाल पूछे, हालात को समझे और जिम्मेदारी से जवाब दे। हमें ऐसी अर्थव्यवस्था चाहिए, जो हर भारतीय के लिए काम करे, न कि केवल कुछ गिने-चुने पूंजीपतियों के लिए काम करे।
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