सैन्य कार्रवाई केवल स्थगित की है फिर नापाक हरकत की तो मुंहतोड़ जवाब देंगे : मोदी
पाकिस्तान को दी खुली चेतावनी
मोदी ने पाकिस्तान के साथ सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति को लेकर स्पष्ट किया कि सैन्य कार्रवाई अभी केवल स्थगित की गयी है और पाकिस्तान के हर कदम को इस कसौटी पर मापेंगे कि वो क्या रवैया अपनाता है।
दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों के विरुद्ध सैन्य अभियान-ऑपरेशन सिन्दूर के बाद सोमवार को पहली बार देशवासियों को संबोधित करते हुए सोमवार को दो टूक शब्दों में कहा कि भारत पाकिस्तान से परमाणु हमले की धमकी से ब्लैकमेल नहीं होगा और यदि उसे बचना है तो आतंकवादी ढांचे का सफाया करना ही होगा। प्रधानमंत्री ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से भी साफ तौर कहा कि भारत की नीति में अब आतंक के आकाओं और आतंकवाद की सरपस्त सरकार को अलग अलग नहीं देखा जाएगा तथा पाकिस्तान के साथ कोई भी बातचीत आतंकवाद और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू कश्मीर के बारे में ही होगी। मोदी ने पाकिस्तान के साथ सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति को लेकर स्पष्ट किया कि सैन्य कार्रवाई अभी केवल स्थगित की गयी है और पाकिस्तान के हर कदम को इस कसौटी पर मापेंगे कि वो क्या रवैया अपनाता है।
मोदी के संबोधन की बड़ी बातें
1: पानी और खून एक साथ नहीं बह सकते
2: परमाणु हमले की धमकी से ब्लैकमेल नहीं होंगे
3: पाक को बचना है तो आतंकी ढांचे का सफाया करना होगा
4: अब बात आतंकवाद और पीओके के बारे में ही होगी
5: आतंकियों ने देख लिया हमारी बहनों-बेटियों के माथे से सिंदूर हटाने का अंजाम ?
आतंकियों के जनाजे में पाक के सैन्य अधिकारी पहुंचे
उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने आतंक के खिलाफ लड़ाई में एक नई लकीर खींच दी है, एक नया पैमाना, न्यू नॉर्मल तय कर दिया है। दुनिया ने, पाकिस्तान का वो घिनौना सच फिर देखा है, जब मारे गए आतंकियों को विदाई देने, पाकिस्तानी सेना के बड़े-बड़े अफसर उमड़ पड़े। ‘स्टेट स्पॉन्सरड टेरेरिज्म’ का ये बहुत बड़ा सबूत है। टेलीविजन पर प्रसारित राष्ट्र के नाम संदेश में मोदी ने कहा कि हर प्रकार के आतंकवाद के खिलाफ हम सभी का एकजुट रहना, हमारी एकता, हमारी सबसे बड़ी शक्ति है। निश्चित तौर पर ये युग युद्ध का नहीं है, लेकिन ये युग आतंकवाद का भी नहीं है। टैररिज्म के खिलाफ जीरो टॉलरेंस, ये एक बेहतर दुनिया की गारंटी है।
पाक ने गुहार लगाई तो भारत ने सीजफायर पर विचार किया
मोदी ने कहा कि छह एवं सात मई की रात में भारत की आक्रामक कार्रवाई के बाद, पाकिस्तान बचने के रास्ते खोजने लगा। पाकिस्तान, दुनिया भर में तनाव कम करने की गुहार लगा रहा था। पाकिस्तानी सेना ने बुरी तरह पिटने के बाद 10 मई की दोपहर को हमारे डीजीएमओ को संपर्क किया। तब तक हम आतंकवाद के ढांचे को तबाह कर चुके थे, आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया गया था, पाकिस्तान के सीने में बसाए गए आतंक के अड्डों को हमने खंडहर बना दिया था। इसलिए जब पाकिस्तान की तरफ से जब ये कहा गया, कि उसकी ओर से आगे कोई आतंकी गतिविधि और सैन्य दुस्साहस नहीं दिखाया जाएगा। तो भारत ने भी उस पर विचार किया।
एक दिन आतंकवाद ही पाक को खत्म कर देगा
मोदी ने कहा कि पाकिस्तानी फौज, पाकिस्तान की सरकार, जिस तरह आतंकवाद को खाद-पानी दे रहे है, वो एक दिन पाकिस्तान को ही समाप्त कर देगा। पाकिस्तान को अगर बचना है तो उसे अपने आतंकी ढांचे का सफाया करना ही होगा। इसके अलावा शांति का कोई रास्ता नहीं है। भारत का मत एकदम स्पष्ट है, आतंक और बातचीत, एक साथ नहीं हो सकते, आतंक और व्यापार, एक साथ नहीं चल सकते तथा पानी और खून भी एक साथ नहीं बह सकता।’’
हमने सेना को खुली छूट दी
प्रधानमंत्री ने कहा कि 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकवादियों ने जो बर्बरता दिखाई थी, उसने देश और दुनिया को झकझोर दिया था। छुट्टियां मना रहे निर्दोष-मासूम नागरिकों को धर्म पूछकर, उनके परिवार के सामने, उनके बच्चों के सामने, बेरहमी से मार डालना, ये आतंक का बहुत विभत्स चेहरा था, क्रूरता थी। ये देश के सछ्वाव को तोड़ने की घिनौनी कोशिश भी थी। इस आतंकी हमले के बाद सारा राष्ट्र, हर नागरिक, हर समाज, हर वर्ग, हर राजनीतिक दल, एक स्वर में, आतंक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के लिए उठ खड़ा हुआ। हमने आतंकवादियों को मिट्टी में मिलाने के लिए भारत की सेनाओं को पूरी छूट दे दी। और आज हर आतंकी, आतंक का हर संगठन जान चुका है कि हमारी बहनों-बेटियों के माथे से सिंदूर हटाने का अंजाम क्या होता है।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ न्याय की अखंड प्रतिज्ञा
उन्होंने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ये सिर्फ नाम नहीं है, ये देश के कोटि-कोटि लोगों की भावनाओं का प्रतिबिंब है। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ न्याय की अखंड प्रतिज्ञा है। 6 मई की देर रात, 7 मई की सुबह, पूरी दुनिया ने इस प्रतिज्ञा को परिणाम में बदलते देखा है। भारत की सेनाओं ने पाकिस्तान में आतंक के ठिकानों पर, उनके ट्रेनिंग सेंटर्स पर सटीक प्रहार किया। आतंकियों ने सपने में भी नहीं सोचा था कि भारत इतना बड़ा फैसला ले सकता है।
उन्होंने सिंदूर उजाड़ा हमने उनके मुख्यालय उजाड़े
मोदी ने कहा कि जब पाकिस्तान में आतंक के अड्डों पर भारत की मिसाइलों और ड्रोन्स ने हमला बोला तो आतंकी संगठनों की इमारतें ही नहीं, बल्कि उनका हौसला भी थर्रा गया। बहावलपुर और मुरीदके जैसे आतंकी ठिकाने, एक प्रकार से वैश्विक आतंकवाद की यूनिवर्सिटी रहे हैं। उन्होंने कहा कि आतंकियों ने हमारी बहनों का सिंदूर उजाड़ा था, इसलिए भारत ने आतंक के मुख्यालय उजाड़ दिए। भारत के इन हमलों में 100 से अधिक खूंखार आतंकी मारे गए। आतंक के बहुत सारे आका, बीते तीन दशकों से खुलेआम पाकिस्तान में घूम रहे थे, जो भारत के खिलाफ साजिशें करते थे, उन्हें भारत ने एक झटके में खत्म कर दिया। भारत की इस कार्रवाई से पाकिस्तान हताशा में घिर गया था और बौखलाहट में उसने भारत पर ही हमला करना शुरू कर दिया। पाकिस्तान ने हमारे स्कूलों-कॉलेजों, गुरुद्वारों, मंदिरों, सामान्य नागरिकों के घरों और हमारे सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया। लेकिन इसमें भी पाकिस्तान खुद बेनकाब हो गया।
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