गिड़गिड़ाने वाला दुश्मन धोखे में नहीं रहे, ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ : मोदी
पाकिस्तान का स्टेट और नॉन स्टेट एक्टर का खेल अब नहीं चलने वाला
मोदी ने एयरपोर्ट पर ही शुभम की पत्नी ऐशन्या, मां सीमा और पिता संजय द्विवेदी से करीब आठ मिनट तक बातचीत की।
कानपुर। पाकिस्तान स्थित आतंकवादी ठिकानों पर सैन्य बलों की कार्रवाई की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक बार फिर पड़ोसी देश को चेतावनी भरे लहजे में कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान जो दुश्मन गिड़गिड़ा रहा था, वह किसी धोखे में ना रहे, ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है। कानपुर में शुक्रवार को हजारों करोड़ रुपए की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करते हुए मोदी ने कहा कि भारत में आतंक के खिलाफ अपनी लड़ाई में तीन सूत्र स्पष्ट रूप से तय कर दिए हैं।
पहला, भारत हर आतंकी हमले का करारा जवाब देगा। उसका समय, जवाब देने का तरीका और जवाब देने की शर्तें हमारी सेनाएं खुद तय करेंगी। दूसरा, भारत अब एटम बम की गीदड़ भभकी से नहीं डरेगा और ना ही उसके आधार पर कोई फैसला लेगा। तीसरा, आतंक के आका और आतंक परस्त सरकार को भारत एक ही नजर से देखेगा। पाकिस्तान का स्टेट और नॉन स्टेट एक्टर का खेल अब नहीं चलने वाला है। अगर मैं सीधे-सीधे कनपुरिया भाषा में कहूं तो दुश्मन कहीं भी हो, हौंक दिया जाएगा।
15 विकास परियोजनाओं का दिया उपहार
इस दौरान, प्रधानमंत्री ने बटन दबाकर 47 हजार 600 करोड़ रुपए की 15 विकास परियोजनाओं का उपहार दिया। मोदी ने चुन्नीगंज मेट्रो स्टेशन पर सजकर खड़ी मेट्रो ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस ट्रेन में वंचित वर्ग के बच्चों ने सफर तय किया। इस दौरान उन्होंने विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को चेक भी वितरण किया।
हमारी सेना के सामने दुश्मन गिड़गिड़ाने पर मजबूर हुआ
हमने पाकिस्तान में आतंकियों के ठिकानों को घर में घुसकर, सैकड़ों मील अंदर जाकर तबाह कर दिया। हमारी सेना ने ऐसा पराक्रम किया कि पाकिस्तान सेना को गिड़गिड़ा कर युद्ध रोकने की मांग करने पर मजबूर होना पड़ा। स्वतंत्रता संग्राम की धरती से सेना के शौर्य को बार-बार सैल्यूट करता हूं। मैं फिर कहना चाहता हूं ऑपरेशन सिंदूर के दौरान जो दुश्मन गिड़गिड़ा रहा था, वह किसी धोखे में ना रहे, ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है।
हम शुभम के परिवार के दर्द महसूस कर सकते हैं
उन्होंने कहा कि कानपुर में यह कार्यक्रम 24 अप्रैल को होने वाला था, लेकिन पहलगाम हमले के कारण मुझे अपना कानपुर द्वारा रद्द करना पड़ा। इस हमले में हमारे कानपुर के बेटे शुभम द्विवेदी भी बर्बरता का शिकार हुए। उनके परिवार की पीड़ा, कष्ट और आक्रोश हम सब महसूस कर सकते हैं। हमारी बेटियों, बहनों का वही आक्रोश ऑपरेशन सिंदूर के रूप में पूरी दुनिया ने देखा है।
शुभम के परिजनों से की मुलाकात
मोदी चकेरी एयरपोर्ट पर पहलगाम आतंकी हमले में शहीद हुए शुभम द्विवेदी के परिजनों से मुलाकात की। मोदी ने एयरपोर्ट पर ही शुभम की पत्नी ऐशन्या, मां सीमा और पिता संजय द्विवेदी से करीब आठ मिनट तक बातचीत की। मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री भावुक हो गए। इस दौरान ऐशन्या और शुभम के पिता की आंखों से आंसू निकल आए, जिन्हें देखकर प्रधानमंत्री ने उन्हें ढांढस बंधाया। उन्होंने परिजनों को आश्वस्त किया कि सरकार उनके साथ है और आगे भी मुलाकात होती रहेगी।
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