रेलवे के यात्री किराए में वृद्धि की तैयारी : एसी में सफर करने पर लगेगा अधिक किराया, स्लीपर श्रेणी में भी होगी बढ़ोतरी
यात्री किरायों में वर्ष 2014 में वृद्धि की गयी थी
सभी श्रेणियों के यात्री किराये में 14.2 प्रतिशत और माल भाड़े में 6.5 प्रतिशत की वृद्धि की गयी थी, जो उस साल 25 जून से प्रभावी हो गयी थी।
नई दिल्ली। भारतीय रेलवे के लंबी दूरी के यात्री किरायों में एक जुलाई से मामूली वृद्धि हो सकती है। सूत्रों ने बताया कि भारतीय रेलवे ने एक जुलाई से मेल एक्सप्रेस गाड़ियों के स्लीपर श्रेणी के किराये में एक पैसा प्रति किलोमीटर तथा वातानुकूलित श्रेणियों में दो पैसे प्रति किलोमीटर की वृद्धि करने की तैयारी कर ली है। सूत्रों के अनुसार साधारण अनारक्षित श्रेणी के टिकट की दरों में 500 किलोमीटर तक की दूरी की यात्रा के लिए कोई वृद्धि नहीं होगी, जबकि 500 किलोमीटर से अधिक की दूरी के लिए किराये की दर आधा पैसा प्रति किलोमीटर बढ़ाये जाने का प्रस्ताव है। इसी प्रकार से उपनगरीय और मासिक या त्रैमासिक सीजन टिकट की दरों में कोई वृद्धि नहीं की जाएगी।
इससे पहले रेलवे के यात्री किरायों में वर्ष 2014 में वृद्धि की गयी थी। सभी श्रेणियों के यात्री किराये में 14.2 प्रतिशत और माल भाड़े में 6.5 प्रतिशत की वृद्धि की गयी थी, जो उस साल 25 जून से प्रभावी हो गयी थी। वर्ष 2019 में मेल एक्सप्रेस ट्रेनों में अनारक्षित श्रेणी में यात्रियों को प्रति किलोमीटर 2 पैसे बढ़ाए गये थे। स्लीपर श्रेणी के किराये में 2 पैसे और प्रथम श्रेणी के किराये में भी 2 पैसे की बढ़ोतरी की गई है। साधारण ट्रेनों के द्वितीय श्रेणी के किराये में प्रति किलोमीटर 01 पैसे और स्लीपर श्रेणी के लिए भी किराये में 01 पैसे की बढ़ोतरी की गई थी। जबकि प्रथम श्रेणी के किराये में 1 पैसे की बढ़ोतरी की गई थी। सभी वातानुकूलित श्रेणियों में एक समान 04 पैसे प्रति किलोमीटर की बढ़ोतरी की गई थी। यह वृद्धि जनवरी 2020 से लागू हुई थी।
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