रूस के कामचटका प्रायद्वीप पर फटा ज्वालामुखी : आसमान में 4 हजार मीटर की ऊँचाई तक फैला राख का गुबार, हवाई यातायात के लिए खतरा
मौजूदा विस्फोट और भी तीव्र हो सकता है
यह विस्फोट कई महीनों से बढ़ रही ज्वालामुखी गतिविधि के बाद हुआ है, जिसमें पिछले 24 घंटों में क्षेत्र में 180 से अधिक भूकंप दर्ज किए गए हैं। वैज्ञानिक स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहे है।
व्लादिवोस्तोक। रूस के कामचटका प्रायद्वीप पर स्थित बेजिमियानी ज्वालामुखी शनिवार को तड़के फट गया, जिससे 4 हजार मीटर तक की ऊँचाई तक राख का गुबार आसमान में फैल गया। स्थानीय अधिकारियों ने यह जानकारी दी। रूसी विज्ञान अकादमी की सुदूर पूर्वी शाखा के ज्वालामुखी विज्ञान और भूकंप विज्ञान संस्थान ने बताया कि राख का गुबार ज्वालामुखी के उत्तर-उत्तर-पूर्व में लगभग 90 किलोमीटर तक फैल गया, जिससे क्षेत्रीय हवाई यातायात के लिए संभावित खतरा उत्पन्न हो गया।
यह विस्फोट कई महीनों से बढ़ रही ज्वालामुखी गतिविधि के बाद हुआ है, जिसमें पिछले 24 घंटों में क्षेत्र में 180 से अधिक भूकंप दर्ज किए गए हैं। वैज्ञानिक स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहे है। यह विस्फोट शक्तिशाली विस्फोट के लगभग दो साल बाद हुआ है, जिसने उस्त-कामचत्स्की जिले में जीवन को बुरी तरह से बाधित कर दिया था। विशेषज्ञ अब चेतावनी दे रहे हैं कि मौजूदा विस्फोट और भी तीव्र हो सकता है, जिससे राख का उत्सर्जन समुद्र तल से 15,000 मीटर की ऊँचाई तक पहुँचने की संभावना है।
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