आरओ ग्रेड-द्वितीय एवं ईओ वर्ग-चतुर्थ परीक्षा 2022 : पिछली बार के मुकाबले पेपर रहा कठिन, परीक्षार्थी भी कम बैठे
परीक्षा प्रारंभ होने के 60 मिनट पूर्व तक ही प्रवेश दिया गया
आरओ ग्रेड-द्वितीय एवं ईओ वर्ग-चतुर्थ परीक्षा 2022 के प्रश्न पत्र में राजस्थान, कला, संस्कृति, इतिहास व अर्थव्यवस्था के सम्बन्धित प्रश्न अवधारणात्मक रहे।
अजमेर। राजस्थान लोकसेवा आयोग द्वारा राजस्व अधिकारी ग्रेड-द्वितीय एवं अधिशासी अधिकारी वर्ग चतुर्थ प्रतियोगी परीक्षा- 2022 का पुन: आयोजन रविवार दोपहर 12 से 2 बजे तक किया गया। परीक्षा में उपस्थिति महज 27.54 प्रतिशत रही। यह उपस्थिति पिछली परीक्षा के मुकाबले कम है। परीक्षा में ओएमआर उत्तर पत्रक के पांचवें विकल्प को भरने के लिए 10 मिनट का अतिरिक्त समय दिया गया। परीक्षा में प्रदेश के 26 जिलो के कुल 1318 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित परीक्षा में 4 लाख 37 हजार 870 अभ्यर्थियों में से महज 1 लाख 20 हजार 574 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। जबकि 3 लाख 17 हजार 296 अभ्यर्थी गैर हाजिर रहे। परीक्षा में कुल उपस्थिति 27.54 प्रतिशत रही। अजमेर में 71 परीक्षा केंद्रों में कुल 23 हजार 170 अभ्यर्थियों में से 6391 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। जबकि 16 हजार 779 अभ्यर्थी गैरहाजिर रहे। अजमेर में उपस्थित 27.58 प्रतिशत रही। परीक्षा केन्द्र में अभ्यर्थियों को परीक्षा प्रारंभ होने के 60 मिनट पूर्व तक ही प्रवेश दिया गया।
पूर्व में यह परीक्षा 14 मई 2023 को आयोजित की गई थी। फिर इसके बारे में प्राप्त शिकायतों की जांच के लिए आयोग ने 12 जून को एटीएस एवं एसओजी को लिखा। आयोग ने पाया कि 14 मई 2023 को परीक्षा के दौरान ही कुछ परीक्षा केन्द्रों पर वांछित शुचिता का पूर्ण अभाव रहा। कई अभ्यर्थियों के ब्लूटूथ से नकल करने के संबंध में दर्ज तीन प्राथमिक रिपोर्ट, उनके अनुसंधान उपरान्त अपराध प्रमाणित पाये जाने पर स्पष्ट हुआ कि आरओ ग्रेड द्वितीय एवं ईओ वर्ग चतुर्थ प्रतियोगी परीक्षा 2022 की शुचिता एवं गोपनीयता खंडित हुई है। इसीलिए आयोग ने गत वर्ष 25 अक्टूबर को इस परीक्षा को निरस्त कर दिया था। अब यह परीक्षा 23 मार्च को आयोजित की गई।
एक्सपर्ट कमेंट
आरओ ग्रेड-द्वितीय एवं ईओ वर्ग-चतुर्थ परीक्षा 2022 के प्रश्न पत्र में राजस्थान, कला, संस्कृति, इतिहास व अर्थव्यवस्था के सम्बन्धित प्रश्न अवधारणात्मक रहे। राजस्थान नगर पालिका अधिनियम 2009 से सम्बन्धित प्रश्न पिछली निरस्त हुई परीक्षा की तुलना में कठिन रहे। समाचार पत्रों का नियमित अध्ययन करने वाले अभ्यर्थी समसामयिक प्रश्न आसानी से हल कर पाए। सामान्य व ओबीसी पुरुष वर्ग में कट आॅफ काफी ऊपर रहने की संभावना है।
-ज्वाला प्रताप सिंह, निदेशक, खंगारोत एंड चौहान क्लासेज
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