बांसी राजकीय विद्यालय की छतों में टपक रहा पानी
विभाग नहीं दे रहा ध्यान, नौनिहाल परेशान, अध्ययन कार्य हो रहा प्रभावित
बारिश के कारण कक्षा-कक्षों की छतें टपक रही है। ऐसे में स्कूली बच्चों के साथ अभिभावक सहित शाला परिवार परेशान हो रहे है।
भण्डेडा। पिछले दिनों हुई मानसून की तेज बारिश के कारण बांसी के राजकीय बालिका उच्च प्राथमिक विद्यालय में कक्षा कक्षों की छतों में से पानी टपकने के कारण विद्याार्थियों को काफी परेशान होना पड़ रहा है। इस विद्यालय परिसर में आठ कक्षाएं संचालित है। लेकिन बारिश के कारण कक्षा-कक्षों की छतें टपक रही है। ऐसे में स्कूली बच्चों के साथ अभिभावक सहित शाला परिवार परेशान हो रहे है। नौनिहालों को शिक्षणार्थ कुछ कक्षाएं शामिल में बिठाने से उनका अध्ययन कार्य भी प्रभावित हो रहा है। संबंधित विभाग को भी इस संबंध में अवगत करवाया जा चुका है। लेकिन कोई ध्यान नहीं देने के कारण हालत जस के तस बनेहुए है।
सात कमरें, आठ कक्षाओं का संचालन
जानकारी के अनुसार बांसी में दुगारी रोड़ पर स्थित राजकीय बालिका उच्च प्राथमिक विद्यालय में सात कक्षाकक्ष है, और कक्षाएं आठ संचालित है। प्रारंभिक स्तर के इस विद्यालय में इस समय बारिश चलने से तीन कक्षा-कक्षों की छतों में से पानी टपक रहा है। दीवारों में सीलन आ रही है। एक कक्ष की छत का प्लास्तर उखड़ रहा है, छत की आरसीसी का सरिए गलने की कगार पर है। जिन कक्षों की छत टपकती है, उन कक्षों की कक्षाएं चार कक्षों की कक्षाओं में समायोजित करके बिठाया जा रहा है। जो बड़ी कक्षाएं छोटी कक्षाओं में चलने से उनका अध्ययन कार्य भी प्रभावित हो रहा है।
छत टपकने से बच्चों के बैठने की दरीपट्टी गीली हो जाती है
इस समस्या को लेकर शाला परिवार परेशान हैं। संबंधित विभाग ने लंबे समय से ही भवन की मरम्मत नहीं करवाए जाने से स्कूली बच्चों को खतरे के सांए में शिक्षण कार्या करवाया जा रहा है। कक्षों की छत टपकने से बैठने की दरीपट्टी तक भींगने की समस्या बनी हुई है। लेकिन संबंधित विभाग नौनिहालों की इस समस्या को गंभीरतापूर्वक नहीं ले रहा है। नौनिहालों के अभिभावक भी जब तक बच्चा सुरक्षित घर नहीं आता है, तब तक परेशान रहते है। इस समस्या का जल्द समाधान की मांग शाला परिवार ने की है।
इनका कहना है
बांसी बालिका स्कूल में कक्षा-कक्षों की छतों में से पानी टपक रहा है, छत की मरम्मत के लिए संबंधित विभाग के उच्चाधिकारियों को अवगत करवाया जा चूका है।
-श्योजी लाल मीणा, प्रधानाध्यापक, राजकीय बालिका उच्च प्राथमिक विद्यालय, बांसी।

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