मैं 50 साल यहीं हूं, आदमी जो है वैसा दिखना भी चाहिए :पायलट
गहलोत के बयान पर पायलट का पलटवार
जयपुर। पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने गुरुवार को एक पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में कहा कि मैं अभी 50 साल यहीं हूं। राजनीति में बनावटी आदतों पर कहा कि जो आदमी जैसा है, वही दिखना चाहिए। खुद को 24 घंटे एक जैसा दिखाने के प्रयास में आदमी पकड़ा जाता है, इसलिए मैं जैसा हूं, वैसा ही 24 घंटे रहता हूं। प्रभा खेतान फाउंडेशन और ग्रासरूट मीडिया फाउंडेशन के सौजन्य से राजपूताना शेरेटन में वरिष्ठ लेखक रशीद किदवई की पुस्तक ‘भारत के प्रधानमंत्री’ का विमोचन हुआ। जिसमें पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट मुख्य अतिथि थे और विधानसभा अध्यक्ष डॉ.सीपी जोशी ने अध्यक्षता की। पायलट ने कहा कि आजकल राजनीति में कुछ लोग, लोगों के बीच रहने के लिए खुद को बदलने जैसा अहसास कराते हैं। यह दो चार घंटे तक तो होता है, लेकिन 24 घंटे ही एक जैसा दिखने का प्रयास पकड़ में आ जाता है, लोग समझ जाते हैं कि ऐसा कितने दिन चलने वाला है।
लोकतंत्र-संविधान में हस्तक्षेप हुआ तो आगामी पीढ़ियों को नुकसान होगा: जोशी
पायलट ने कहा कि देश में 1947 से आज तक प्रधानमंत्रियों के सामने कई चुनौतियां थी। सभी पीएम ने देश के विकास में योगदान दिया। मैंने पीएम मनमोहन सिंह के साथ बेहतर काम किया। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी ने कहा कि नेहरू और मोदी में समानता यह है कि उन्होंने देश के निर्माण में योगदान दिया, लेकिन वैचारिक आधार पर निर्माण प्रक्रिया से असमानता भी नजर आती है। लोकतंत्र और संविधान में हस्तक्षेप हुआ तो आगामी पीढ़ियों को नुकसान उठाना पड़ेगा। समारोह में लेखक रशीद किदवई ने पुस्तक के बारे में जानकारी दी।
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