लाखों खर्च करके सोशल मीडिया पर इमेज बनाने में लगे प्रत्याशी

राजस्थान की सभी 25 लोकसभा सीटों पर चुनावी चौसर बिछ चुकी है

लाखों खर्च करके सोशल मीडिया पर इमेज बनाने में लगे प्रत्याशी

प्रत्याशी और पार्टी नेता फील्ड में सक्रियता के साथ ही अपनी बात जनता तक पहुंचाने के लिए विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्वीटर, व्हाट्सअप, यूट्यूब का सहारा ले रहे हैं।

जयपुर। देश-प्रदेश में पिछले कुछ सालों से चुनाव में प्रत्याशियों ने प्रचार के तौर तरीकों में बदलाव आया है। इसमें सोशल मीडिया के उपयोग से विजुअल इंपैक्ट के जरिए लोगों तक आसानी से पहुंचने और जीत के लिए अपनी इमेज निखारने पर लाखों-करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे हैं। खुद की आईटी टीम के अलावा पीआर एजेंसियों की सेवाओं के जरिए चुनाव अभियान को धार दी जा रही है। राजस्थान की सभी 25 लोकसभा सीटों पर चुनावी चौसर बिछ चुकी है। प्रत्याशी और पार्टी नेता फील्ड में सक्रियता के साथ ही अपनी बात जनता तक पहुंचाने के लिए विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्वीटर, व्हाट्सअप, यूट्यूब का सहारा ले रहे हैं। चुनावी रण में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भाजपा, कांग्रेस, तीसरे मोर्चे के नेताओं और निर्दलीयों प्रत्याशियों और नेताओं ने कार्यकर्ता, समर्थकों और सोशल मीडिया एक्सपर्ट को मैदान में उतार दिया है। वर्चुअल संसार के इस प्लेटफॉर्म में सोशल मीडिया योद्धा अपने नेता के समर्थन मे माहौल बनाने में जुटे हुए हैं।  

रील्स और ग्राफिक्स के जरिए इमेज बनाने की जुगत 
भाजपा-कांग्रेस के अलावा अन्य दलों व निर्दलीय प्रत्याशियों ने एक्सपर्ट के जरिए सोशल मीडिया पर कार्टून, ग्राफिक्स, इंफोग्राफिक्स, मीम और रील्स के जरिए प्रचार सामग्री पहुंचाना तेज कर दिया है। एक्सपर्ट और पीआर एजेंसियां प्रत्याशियों के लिए 24 घंटे काम कर रही हैं। सोशल मीडिया पर अपने प्रचार के अलावा विपक्षी प्रत्याशी पर भी जमकर राजनीतिक प्रहार किया जा रहा है। यहां तक की प्रदेश मुख्यालय स्तर से कंट्रोल रूम बनाकर मॉनिटरिंग की जा रही है। 

अधिक भीड़ के रील्स से बनती है इमेज 
सोशल मीडिया एक्सपर्ट का कहना है कि लोकसभा चुनाव में सभी प्रत्याशी सोशल मीडिया को बड़ा हथियार बना चुके हैं। निर्दलीय प्रत्याशी रविन्द्र सिंह भाटी, गठबंधन प्रत्याशी हनुमान बेनीवाल और राजकुमार रोत का भी सोशल मीडिया पर अलग ही जलवा है। तीनों नेता ही माहौल बनाने के लिए सोशल मीडिया एक्सपर्ट का सहयोग ले रहे हैं। इनके भीड़, सभा और भाषणों के वीडियो सोशल मीडिया के जरिए काफी पसंद किए जा रहे हैं। सभी नेताओं को अपनी इमेज बनाने में इन दिनों सोशल मीडिया बहुत बड़ा माध्यम बन गया है।

सोशल मीडिया पर राजनीतिक दलों की स्थिति
ट्वीटर प्लेटफॉर्म एक्स पर कांग्रेस के 3.85 लाख और भाजपा के 9.48 लाख फॉलोअर्स है। फेसबुक पर कांग्रेस के दस लाख और भाजपा के 27 लाख, इंस्टाग्राम पर कांग्रेस के 1.24 लाख और भाजपा के तीन लाख, यूट्यूब पर कांग्रेस के 1500 सब्सक्राइबर तो भाजपा के 7800 सब्सक्राइबर हैं। प्रत्याशी भी सोशल मीडिया एक्सपर्ट और पीआर एजेंसियों के जरिए फॉलोअर्स बढ़ाने और अपनी बात पहुंचाने के लिए लाखों रुपए खर्च कर रहे हैं। 

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