इंग्लिश मीडियम स्कूलों पर सरकारी नीति स्पष्ट करें भजनलाल : विदेशों में पढ़ रहे भाजपा नेताओं के बच्चे, अंग्रेजी स्कूलों में पढ़कर बन रहे कामयाब ; डोटासरा ने कहा - ये नहीं चाहते गरीब का बच्चा अच्छी नौकरियां पाएं
अंग्रेजी स्कूलों में पढ़कर कामयाब बन रहे
प्रदेश की भाजपा सरकार महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूलों को बंद करने के लिए हर दिन नई-नई तरकीब और षड्यंत्र रच रही है।
जयपुर। इंग्लिश मीडियम स्कूलों को हिंदी मीडियम में बदलने के प्रस्ताव मांगने पर पीसीसी चीफ गोविन्द डोटासरा ने भजनलाल सरकार से सरकारी नीति स्पष्ट करने की मांग की है। डोटासरा ने कहा कि भाजपा नेताओं के बच्चे इंग्लैंड, अमेरिका और विदेशी मुल्कों में पढ़ रहे हैं, नामी अंग्रेजी स्कूलों में पढ़कर कामयाब बन रहे हैं, लेकिन ये लोग नहीं चाहते है कि गरीब का बच्चा अंग्रेजी में पढ़े, आगे बढ़े और अच्छी नौकरियां पाएं। इसलिए प्रदेश की भाजपा सरकार महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूलों को बंद करने के लिए हर दिन नई-नई तरकीब और षड्यंत्र रच रही है।
अंग्रेजी माध्यम स्कूलों की समीक्षा के निर्णय की चौतरफा निंदा के बाद अब भाजपा सरकार ने इन स्कूलों को खत्म करने का नया तरीका निकाला है। सरकार बड़ी संख्या में अंग्रेजी माध्यम स्कूलों को हिंदी में रूपांतरित कर रही है। शिक्षा मंत्री अंग्रेजी माध्यम स्कूलों को हिंदी में रूपांतरित करने के लिए दबाव बनाकर प्रस्ताव मांग रहे हैं। अकेले कोटा में बिना किसी ठोस कारण के 28 स्कूलों को पुनः हिंदी माध्यम में बदलने के प्रस्ताव भेजे गए। इन स्कूलों में अध्ययनरत विद्यार्थियों के लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था भी नहीं की गई। बोर्ड की परीक्षाएं सिर पर हैं, लेकिन भाजपा सरकार का फोकस सिर्फ अंग्रेजी माध्यम स्कूलों को बंद करने पर है। सरकार अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में न तो शिक्षकों की नियुक्ति कर रही है और न ही स्कूलों में इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए कोई बजट दे रही है। सीएम भजनलाल शर्मा को अंग्रेजी माध्यम स्कूलों पर सरकार की नीति स्पष्ट करनी चाहिए।
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