पुलिस की कार्रवाई : नेपाली नौकरों द्वारा नशीला पदार्थ देकर की गई डकैती का पर्दाफाश, नौकर समेत 2 आरोपी गिरफ्तार
सभी लोग नशीले पदार्थ के प्रभाव में पाए गए
पश्चिम पुलिस ने एक संगीन डकैती की घटना का खुलासा करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
जयपुर। पश्चिम पुलिस ने एक संगीन डकैती की घटना का खुलासा करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें एक नेपाली नौकर भी शामिल है। यह कार्रवाई थाना वैशालीनगर क्षेत्र में की गई, जिसमें पीड़ित परिवार को नशीला पदार्थ देकर उनके साथ डकैती की गई थी।
पुलिस उपायुक्त जयपुर पश्चिम अमित कुमार ने बताया कि 14 मई 2025 को परिजनों रोहित सिंह द्वारा थाने में मुकदमा दर्ज करवाया गया था। रिपोर्ट में बताया गया कि उनके नानी-नाना, माता, मामा व परिवार के अन्य सदस्य वैशालीनगर में निवास करते हैं। सभी लोग नशीले पदार्थ के प्रभाव में पाए गए और घर से कीमती गहने, नकदी, मोबाइल व अन्य सामान चोरी कर लिया गया।
प्रारंभिक जांच में यह पाया गया कि नेपाली नौकरों ने साजिश के तहत इस घटना को अंजाम दिया। पीड़ित परिवार की सेवा में लगे दो नेपाली नौकरों में से एक घटना के बाद से फरार था। संदेह के आधार पर जब पुलिस ने जांच को आगे बढ़ाया तो यह सामने आया कि इन नौकरों ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर परिवार को नशीला पदार्थ मिलाकर बेहोश किया और फिर घर में लूटपाट की।
टीम का गठन और जांच की दिशा :
घटना की गंभीरता को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस आयुक्त आलोक सिंघल व सहायक पुलिस उपायुक्त आलोक गौतम के निर्देशन में एक विशेष टीम का गठन किया गया। टीम में वैशालीनगर थाने के अधिकारी, डीएसटी, तकनीकी शाखा एवं क्राइम ब्रांच के अधिकारी शामिल किए गए। विभिन्न टीमों को अलग-अलग क्षेत्रों में कार्य करने के लिए दिशा-निर्देश दिए गए।
टीम ने सूचनाओं के आधार पर संदिग्धों की तलाश शुरू की और तकनीकी सहायता से आरोपियों की लोकेशन ट्रेस की। सीसीटीवी फुटेज और स्थानीय खुफिया तंत्र की मदद से यह जानकारी प्राप्त हुई कि आरोपी नेपाल भागने की फिराक में थे। टीम ने विशेष ऑपरेशन चलाकर 17 मई 2025 को नेपाल बॉर्डर के पास से नेपाली नौकर व एक अन्य आरोपी को गिरफ्तार किया।
कार्रवाई का विवरण और बरामदगी :
गिरफ्तारी के समय आरोपियों के पास से चोरी किया गया कुछ नकद, आभूषण और मोबाइल फोन बरामद किए गए। पूछताछ में आरोपियों ने वारदात को स्वीकार करते हुए बताया कि उन्होंने पहले से ही योजना बनाई थी और धीरे-धीरे परिवार की दिनचर्या को समझने के बाद उन्होंने वारदात को अंजाम दिया।
इस केस में पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए पहले पीड़ित परिवार का मेडिकल करवाया, फिर उनका बयान लेकर घटना की पुष्टि की। इसके बाद घटनास्थल की नक्शा मोके के अनुसार छानबीन की गई। पीड़ित परिवार द्वारा दिए गए बयान के आधार पर एफआईआर दर्ज की गई और जांच शुरू की गई।
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