गजेंद्र शेखावत का गहलोत पर निशाना : कुर्सी का मोह त्याग देते तो अभी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष होते, कहा- सही या गलत का फैसला नहीं कर पाए
विपक्ष के नेताओं के पेट में दर्द होता है
उसके लिए इस तरह की ओछी टिप्पणी करना दुर्भाग्यपूर्ण है। मुझे लगता है कि मां को गाली देना यह भी कांग्रेस के डीएनए का हिस्सा है।
जयपुर। केन्द्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि अशोक गहलोत उस समय कुर्सी को मोह त्याग देते तो, अभी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष होते। वे थोड़ा सा राजनीतिक विचलन में चले गए और सत्ता के मोह में अपने भविष्य के लिए सही या गलत का फैसला नहीं कर पाए। उन्होंने पीएम मोदी की मां को गाली देने पर उठे सियासी विवाद को लेकर कांग्रेस के साथ पूर्व सीएम अशोक गहलोत पर निशाना साधा। शेखावत ने शनिवार को जयपुर में मीडिया से बातचीत में कहा कि मां एक संस्था है,उसके लिए इस तरह की ओछी टिप्पणी करना दुर्भाग्यपूर्ण है। मुझे लगता है कि मां को गाली देना यह भी कांग्रेस के डीएनए का हिस्सा है।
गहलोत ने भी इस तरह की टिप्पणियां मेरी मां के लिए की थी। पीएम की मां को गाली दी गई। मां किसी की भी हो, उसके लिए इस तरह की टिप्पणी की जाए तो यह दुर्भाग्यपूर्ण, अनुचित और निंदनीय है। पीएम की लोकप्रियता से विपक्षी नेताओं के पेट में दर्द होता है। शेखावत ने कांग्रेस नेताओं पर पलटवार करते हुए कहा कि देशहित में कोई भी फैसला हो, विपक्ष के नेताओं के पेट में दर्द होता है। प्रधानमंत्री की लोकप्रियता बढ़ाने के चलते उनके पेट में दर्द होना स्वाभाविक है। राजनीतिक फायदे के लिए इस तरह की टिप्पणियां करना, हर विषय में अपना राजनीतिक फायदा खोजना, यह इनकी चाल और चरित्र का हिस्सा है। उनके चेहरों को देश की जनता पहचान चुकी है और मुझे नहीं लगता कि अब इन पर जनता भरोसा करना चाहेगी।

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