बजरी, मार्बल, पत्थर की रॉयल्टी दरें बढ़ीं, घर बनाना होगा महंगा
सैंडस्टोन पर 80 और मार्बल पर 550 रुपए टन रॉयल्टी बढ़ी
यहां की रॉयल्टी दर पहले 50 रुपए प्रतिटन थी, जबकि अन्य क्षेत्रों की रॉयल्टी दर 45 रुपए थी।
जयपुर। राजस्थान सरकार ने प्रदेश में खनन उत्पादों की रॉयल्टी में बढ़ोतरी की है। कुल 24 खनिज पदार्थ पर दरें बढ़ी हैं, लेकिन बजरी, पत्थर, मार्बल, सैंडस्टोन के दामों में बढ़ोतरी से अब घर बनाना महंगा हो जाएगा। जानकारी के अनुसार बजरी पर 15 रुपए प्रतिटन की रॉयल्टी बढ़ाई गई है। राजस्थान में क्षेत्रवार बजरी की रॉयल्टी दरें हैं। प्रदेश में मुख्यत: बजरी खनन टोंक, धौलपुर, सवाईमाधोपुर, सीकर, भीलवाड़ा जिलों में होता है। यहां की रॉयल्टी दर पहले 50 रुपए प्रतिटन थी, जबकि अन्य क्षेत्रों की रॉयल्टी दर 45 रुपए थी।
अब सभी की एक समान रॉयल्टी दर 60 रुपए कर दी गई है। सैंडस्टोन व चेजा पत्थर पर जहां पहले 240 रुपए रॉयल्टी थी, वह अब 320 रुपए हो गई है। इस पर 80 रुपए की बढ़ोतरी हुई है। मार्बल पर क्षेत्रवार अलग-अलग दरें तय की गई है। जैसे मकराना क्षेत्र के मार्बल पर 490 रुपए रॉयल्टी ली जाती थी। इसका सर्वाधिक उपयोग घर बनाने में होता है। वहीं अन्य क्षेत्र के मार्बल पर 560 रुपए की रॉयल्टी दर थी। अब रॉयल्टी दर एक समान कर 550 रुपए कर दिया है। मकराना मार्बल पर दरें 60 रुपए बढ़ गए हैं।
टाइल्स-चिप्स का पत्थर भी महंगा
टाइल्स का पत्थर जो पहले 455 रुपए रॉयल्टी ली जाती थी अब उसे 45 रुपए बढ़ाकर 500 रुपए किया गया है। इसी तरह अन्य खनिजों डोलोमाइट, लाइमस्टोन, रायोलाइट जिससे चिप्स कंक्रीट बनाई जाती है, उसपर भी रॉयल्टी 90 से बढ़ाकर 130 रुपए की गई है। वहीं सैंड स्टोन के कच्चे माल पर भी रॉयल्टी बढ़ाई गई है। भरतपुर, धौलपुर में 155 से 220, कोटा, बूंदी, करौली में 130 से 180 और अन्य जिलों में 100 से 145 रुपए रॉयल्टी की गई है।

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