रिफाइनरी को लटकाया-भटकाया, गहलोत चाहते तो पहले ही शुरू हो जाती : राठौड़
वर्ष 2017 में रिफाइनरी का शिलान्यास हुआ था
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा प्रदेशवासियों को रिफाइनरी की सौगात जल्द देने के लिए कटिबद्ध हैं।
जयपुर। पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि रिफाइनरी पर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का दिया गया बयान न केवल हास्यास्पद है, बल्कि उल्टे बांस बरेली को वाली कहावत को सार्थक करता है। पूर्ववती भाजपा सरकार के समय वर्ष 2017 में रिफाइनरी का शिलान्यास हुआ था, जो कि अक्टूबर 2022 में पूर्ण होनी थी। लेकिन कांग्रेस ने जानबूझकर रिफाइनरी परियोजना को लटकाया-भटकाया और इसकी लागत 36 हजार करोड़ रुपए से बढ़कर 72 हजार करोड़ रूपए से अधिक हो गई। गहलोत ने विधानसभा में तीन बार घोषणा करते हुए परियोजना शुरू करने की तारीख तय की थी। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा प्रदेशवासियों को रिफाइनरी की सौगात जल्द देने के लिए कटिबद्ध हैं।
दिसंबर 2023 में हमारी सरकार बनी तो रिफाइनरी का काम 72 प्रतिशत पूरा हुआ था। हमने कार्य को गति देते हुए एक वर्ष में ही इसे 84 प्रतिशत तक पहुंचा दिया। वर्तमान में राजस्थान रिफाइनरी के निर्माण का कार्य तीव्र गति से जारी है। इसकी 9 यूनिट्स में से लगभग सभी यूनिट्स का 90 प्रतिशत से ज्यादा कार्य पूर्ण हो चुका है। कांग्रेस के नेता हमेशा ईआरसीपी, ईडब्ल्यूएस आरक्षण, यमुना जल समझौते सहित विभिन्न मुद्दों पर सिर्फ प्रचार के लिए अनर्गल बात की है। यह उनकी आदत में शुमार हो चुका है। अगर गहलोत चाहते तो रिफाइनरी बहुत पहले ही शुरू हो जाती।
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