पावरग्रिड और अफ्रीका 50 के बीच ऐतिहासिक समझौता: केन्या में विकसित होगा अत्याधुनिक बिजली पारेषण नेटवर्क
केन्या में पावरग्रिड की ऐतिहासिक पहल
पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन ने केन्या में ट्रांसमिशन ढांचे के विकास हेतु अफ्रीका50 के साथ PPP समझौता किया है। यह अफ्रीका की पहली स्वतंत्र पारेषण परियोजना होगी, जिससे बिजली आपूर्ति की विश्वसनीयता और नवीकरणीय ऊर्जा कनेक्टिविटी मजबूत होगी।
गुरुग्राम। भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय के अधीन 'महारत्न' सार्वजनिक उपक्रम, पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (पावरग्रिड) ने केन्या में पारेषण बुनियादी ढांचे के विकास के लिए अफ्रीका50 के साथ एक ऐतिहासिक सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP) समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। यह परियोजना अफ्रीका की पहली स्वतंत्र पारेषण परियोजना (ITP) के रूप में एक नया कीर्तिमान स्थापित करेगी।
परियोजना की मुख्य विशेषताएं
अवसंरचना विकास: इस साझेदारी के तहत केन्या में 400 केवी लेसोस-लोसुक और 220 केवी किसुमू-काकामेगा-मुसागा पारेषण प्रणालियों का विकास किया जाएगा।
संचालन अवधि: इस परियोजना के लिए रियायती अनुबंध की अवधि 30 वर्षों की निर्धारित की गई है।
वित्तीय मॉडल: अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पावरग्रिड की यह पहली ऐसी परियोजना है जो पूरी तरह से 'प्रोजेक्ट फाइनेंस मॉडल' पर आधारित है।
उद्देश्य: इस नेटवर्क का मुख्य उद्देश्य केन्या के राष्ट्रीय ग्रिड को मजबूती प्रदान करना, बिजली आपूर्ति की विश्वसनीयता बढ़ाना और नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्रों से लोड केंद्रों तक बिजली पहुँचाना है।
साझेदारी और विशेषज्ञता
इस परियोजना में अफ्रीका50 (अफ्रीकी सरकारों और अफ्रीकी विकास बैंक द्वारा स्थापित मंच) क्षेत्रीय विशेषज्ञता और वित्तीय संरचना प्रदान करेगा। वहीं, पावरग्रिड अपनी तकनीकी कुशलता और बड़े पैमाने पर ट्रांसमिशन सिस्टम के प्रबंधन का अनुभव साझा करेगा। वर्तमान में पावरग्रिड एशिया, अफ्रीका और यूरोप के 25 से अधिक देशों में अपनी सेवाएं दे रहा है।
गरिमामयी उपस्थिति
समझौते पर हस्ताक्षर के दौरान पावरग्रिड के सीएमडी डॉ. आर. के. त्यागी, निदेशक (कार्मिक) डॉ. यतीन्द्र द्विवेदी और सीओओ (आईबी) संजय कुमार गुप्ता मौजूद रहे। केन्या सरकार की ओर से ऊर्जा विभाग के प्रिंसिपल सेक्रेटरी एलेक्स कामाउ वाचीरा, नेशनल ट्रेज़री के प्रिंसिपल सेक्रेटरी डॉ. क्रिस के. किप्टू और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
पावरग्रिड की उपलब्धियां
15 दिसंबर 2025 तक के आंकड़ों के अनुसार, पावरग्रिड 287 सब-स्टेशनों और 1,81,894 सर्किट किलोमीटर लंबी ट्रांसमिशन लाइनों का संचालन कर रहा है। आधुनिक तकनीक और डिजिटल समाधानों के माध्यम से कंपनी 99.84% की औसत पारेषण उपलब्धता बनाए रखने में सफल रही है।

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