4 लोगों की जान बचाने वाले कांस्टेबल नेत्रेश शर्मा से फोन पर बात कर CM गहलोत ने दी शाबासी, नेत्रेश को हेड कांस्टेबल के पद पर दी पदोन्नति
गहलोत ने कहा कि अपनी जान की परवाह ना कर कर्तव्य निभाने वाले नेत्रेश का कार्य प्रशंसनीय है।
तस्वीर में कांस्टेबल नेत्रेश आग की लपेटों के बीच से एक मासूम बच्चे को सीने से चिपकाकर सुरक्षित स्थान पर ले जाता दिखाई दे रहे हैं।
जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने करौली में अपना कर्तव्य निभाते हुए चार लोगों की जान बचाने वाले कांस्टेबल नेत्रेश शर्मा से फोन पर बात कर उन्हें शाबासी दी। गहलोत सरकार ने नेत्रेश को हेड कांस्टेबल के पद पर पदोन्नत करने का निर्णय किया है। गहलोत ने कहा कि अपनी जान की परवाह ना कर कर्तव्य निभाने वाले नेत्रेश का कार्य प्रशंसनीय है।
दरअसल, करौली जिले में जहां बीते शनिवार को नव संवत्सर पर हिंदू संगठनों की ओर से निकाली गई बाइक रैली पर पथराव के बाद हुई आगजनी ने हर किसी को हिला दिया। शनिवार को इस घटना की भयावह तस्वीरें सोशल मीडिया पर लगातार वायरल होने लगी, जिसमें एक तस्वीर ऐसी भी सामने आई, जिसे देखकर लोग खाकी की तारीफ करने लगे। यह तस्वीर राजस्थान पुलिस के एक कांस्टेबल नेत्रेश शर्मा की थी, जिस तस्वीर में कांस्टेबल नेत्रेश आग की लपेटों के बीच से एक मासूम बच्चे को सीने से चिपकाकर सुरक्षित स्थान पर ले जाता दिखाई दे रहे हैं। बताया जा रहा है कि यह नजारा कैमरे में तब कैद हुआ, जब हिंसा के बाद आगजनी के दौरान कई दुकानों- मकानों को बाजार में खरीदारी करनी आई दो महिलाएं बचने के लिए पास के एक मकान में छुप गईं। मकान भी चारों ओर से आग की लपटों में घिर गया तो महिलाएं व उनके साथ मौजूद बच्चा रोने लगा। बच्चे की आवाज सुनकर कॉन्स्टेबल नेत्रेश दौड़े और बच्चे को गोद में लेकर बाहर की तरफ भागे। पीछे-पीछे महिलाएं भी दौड़ पड़ीं। इस तरह तीनों बच गए।
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