कालीचरण सराफ बोले...कांग्रेस ने एक बड़ा काम किया, जयपुर में 2 निगम बना दिए, परिणाम जगह-जगह लगे हैं कचरे के ढेर
जयपुर को सिग्नल फ्री बनाने की योजना बनी, लेकिन क्या हुआ, हो गया क्या सिग्नल फ्री ?
कांग्रेस सरकार ने एक बड़ा काम किया, जयपुर के दो टुकड़े कर दिए, दो नगर निगम बना दी, जोधपुर, कोटा के दो दो टुकड़े कर दिए।
जयपुर। नगरीय विकास विभाग की डिमांड पर बहस के दौरान भाजपा विधायक कालीचरण सराफ ने कहा कि कांग्रेस सरकार में अशोक गहलोत जोधपुर के सीएम और शांति धारीवाल कोटा के मंत्री थे, वहीं विकास कार्य करने में व्यस्त थे, इसके अलावा किसी शहर से इन्हें लेना-देना नहीं था। जयपुर को सिग्नल फ्री बनाने की योजना बनी, लेकिन क्या हुआ, हो गया क्या सिग्नल फ्री। अब भाजपा की भजनलाल सरकार ने हर शहर की सुध ली है। कांग्रेस सरकार ने एक बड़ा काम किया , जयपुर के दो टुकड़े कर दिए, दो नगर निगम बना दी, जोधपुर, कोटा के दो दो टुकड़े कर दिए।
इसका परिणाम यह हुआ, जगह-जगह कचरा के ढेर लग गए। कर्मचारियों की संख्या पर्याप्त नही थी। पांच साल जयपुर के परकोटे का सत्यानाश कर दिया, यूनेस्को की टीम आज आए तो अवार्ड वापस छीन जाए। जयपुर में सीवरेज की स्थिति खराब है, सीवरेज का पानी जगह जगह बह रहा है। धारीवाल ने कहा कि पांच साल में सबसे ज्यादा पैसा खर्च हुआ है, इस पर सराफ ने कहा कि मालवीय नगर वीआईपी इलाका है, वहां तो करना पड़ेगा। मंत्री से सवाल करते हुए कालीचरण ने कहा कि अपने गोल्फ क्लब को लेकर सदन में तीन घोषणा की थी, लेकिन क्या हुआ, कही हमारी बात तो नही पिट गई, धारीवाल ने उसी दौरान कहा था कि कुछ नही होगा, इस पर मंत्री ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट से जैसे निर्णय आएगा उसके बाद आगे काम होगा।
कालीचरण ने लालकोठी की 13 कॉलोनी के नियमन का मामला उठाते हुए कहा कि इन कॉलोनी को लेकर बार-बार में सदन से मांग करता हूं, लेकिन इन लोगों को राहत कब मिलेगी। जयपुर में 19 कॉम्पलेक्स को न्यायालय ने सील करने के नोटिस दे दिए, उनसे कई व्यापारी प्रभावित है, जबकि जयपुर में 200 से ज्यादा कॉम्पलेक्स बने हुए हैं, सरकार इसमें बीच का रास्ता निकाले और उन व्यापारियों को रात प्रदान करें। जयपुर में 45000 से ज्यादा ई रिक्शा चल रहे हैं लेकिन यह रिक्शा चलाने वाला जयपुर का कोई आदमी नहीं है। बांग्लादेशी जैसे लोग हैं, इससे यातायात की समस्या ज्यादा पनप रही है। इनकी पुलिस वेरिफिकेशन करवाए। मेट्रो को चौमू और शिवदासपुरा तक लेकर जाए। सेटेलाइट टाउन को विकसित करें। जयपुर में कुत्तों और बंदरों के आतंक है। इसके लिए न्यायालय में रिट लगाए।
Comment List