खरमास समाप्त; गूंजेंगी शहनाइयां, पहला सावा 17 को
रामनवमी से विवाह मुहूर्त
देवगुरु बृहस्पति भी खुद की राशि मीन में आए
जयपुर। सूर्य ग्रह शनिवार को मीन राशि से निकलकर मेष राशि में गोचर कर गए। इसी के साथ खरमास (मलमास) समाप्त हो गए हैं। अब फिर से विवाह की शहनाइयां गूंजेगी। पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर जोधपुर के निदेशक डॉ. अनीष व्यास ने बताया कि सूर्य अब 14 मई तक मेष राशि में ही रहेंगे। मेष राशि सूर्यदेव की उच्च की राशि होती है और इस राशि के स्वामी मंगल होते हैं।
वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कोई भी ग्रह जब अपनी उच्च राशि में रहता है तब इसका शुभ फल जातकों के जीवन पर पड़ता है। नूतन गृह प्रवेश, नूतन गृह निर्माण, गृह प्रवेश जैसे मांगलिक कार्य आरंभ हो जाएंगे। खरमास में शुभ कार्य नहीं होते हैं। अब शुभ मुहूर्त और शुभ दिन में अन्नप्राशन, नामकरण, चूड़ाकर्म, विद्यारंभ और अन्य संस्कार किए जा सकेंगे। अब देवगुरु बृहस्पति भी खुद की राशि मीन में आ गए हैं, जिससे हर मांगलिक कामों में गुरु का बल और बढ़ जाएगा। अप्रैल में विवाह सहित मांगलिक कार्यों के लिए केवल 10 दिन ही मिलेंगे। 18, 19, 20, 21, 22, 23, 24, 25, 26 और 28 अप्रैल विवाह के लिए बेहद शुभ हैं। मलमास समाप्ति के बाद पहला सावा 17 अप्रैल रामनवमी का रहेगा। इसके बाद अप्रैल में महज पांच सावे 18, 21, 22, 23 और 26 अप्रैल को है। सर्वाधिक शादियां 21 अप्रैल को हैं।
2024 में ये हैं शुभ मुहूर्त
जुलाई : 3, 9 से 15 तारीख (8 दिन)
अक्टूबर : 3,7,17,21,23,30 (6 दिन)
नवंबर : 16 से 18, 22 से 26, 28 (9 दिन)
दिसम्बर : 2 से 5, 9 से 11, 13 से 15 (10 दिन)
हालांकि पंचांगो में भेद होने के कारण तिथि घट बढ़ सकती है और परिवर्तन हो सकता है।
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