400 साल बाद 9 शुभ योग में मनेगी नवरात्रि
ये स्थिति 400 सालों में नहीं बनी
दुर्गा के अलग-अलग रूपों की आराधना होगी। श्रद्धालु दुर्गा की पूजा-अर्चना कर उपवास रखकर सुख समृद्धि की प्रार्थना करेंगे।
जयपुर। आश्विन शुक्ल प्रतिपदा हर्ष, शंख, भद्र, पर्वत, शुभकर्तरी, उभयचरी, सुमुख, गजकेसरी, सर्वार्थसिद्धि, राजयोग, त्रिपुष्कर, अमृतसिद्धि, रवि और पद्म नामक योग में शारदीय नवरात्र शुरु होंगे। षोडशोपचार पूजन के बाद आरती की जाएगी। पूरे नौ दिनों तक अखंड ज्योति के दर्शन होंगे। दुर्गा के अलग-अलग रूपों की आराधना होगी। श्रद्धालु दुर्गा की पूजा-अर्चना कर उपवास रखकर सुख समृद्धि की प्रार्थना करेंगे।
पाल बालाजी संस्थान जयपुर-जोधपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य डॉ. अनीष व्यास ने बताया कि 15 से 23 अक्टूबर तक जो मुहूर्त बन रहे हैं, उनमें प्रॉपर्टी, ज्वैलरी, वाहनों से लेकर इलेक्ट्रॉनिक सामान खरीदना शुभ रहेगा। इस साल नौ शुभ योग में नवरात्रि आरंभ हो रही है। ये स्थिति 400 सालों में नहीं बनी।
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