ऑपरेशन अभ्यास मॉक ड्रिल : बीएसएनएल कार्यालय पर एयर स्ट्राइक, टॉप टू बॉटम फोन घनघनाए और पहुंच गए बचाव दल 

दो दर्जन से अधिक स्थानों पर बजे सायरन

ऑपरेशन अभ्यास मॉक ड्रिल : बीएसएनएल कार्यालय पर एयर स्ट्राइक, टॉप टू बॉटम फोन घनघनाए और पहुंच गए बचाव दल 

राष्ट्रीय सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए भविष्य में भी मॉक ड्रिल और ब्लैक आउट में सहयोग करने की अपील की। 

जयपुर। पहलगाम हमले के बाद उत्पन्न युद्ध एवं आपात स्थिति से निपटने के लिए बुधवार को ऑपरेशन अभ्यास मॉक ड्रिल का आयोजन हुआ। जयपुर कलेक्ट्रेट के नियंत्रण कक्ष में एमआई रोड स्थित बीएसएनएल कार्यालय परिसर में एयर स्ट्राइक की सूचना मिली। इसके लिए कलेक्ट्रेट में 4 बजे सायरन की आवाज से प्रशासन, पुलिस सहित विभिन्न एजेसियों और संबंधित विभागों के अधिकारी हरकत में आए और संभागीय आयुक्त, जिला कलक्टर एवं पुलिस आयुक्त सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी एमआई रोड स्थित बीएसएनएल कार्यालय परिसर में पहुंचे। एमआई रोड पर दोनों तरफ यातायात बंद करने के साथ ही ग्रीन कॉरीडोर बनाया। ऑपरेशन अभ्यास के दौरान जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी, संभागीय आयुक्त पूनम एवं पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसेफ भी बीएसएनएल कार्यालय पहुंचे। पुलिस ने पूरी बिल्डिंग को खाली करवाया। फायर ब्रिगेड के जवानों ने बिल्डिंग में लगी आग पर काबू पाया। नागरिक सुरक्षा के जवानों ने फंसे लोगों को रेस्क्यू किया। घायलों को एंबुलेंस से एसएमएस अस्पताल पहुंचाया गया। वहीं ईआरटी, एसडीआरएफ एवं एटीएस के जवानों ने पूरे परिसर की तलाशी लेकर संदिग्ध वस्तुओं की जांच की।

उपखंड स्तर पर मॉकड्रिल : जिला कलक्टर डॉ. सोनी ने बताया कि जिले के सभी उपखंड स्तरों पर मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इसमें प्रशासन, पुलिस सहित समस्त एजेंसियों एवं विभागों ने किसी भी आपात स्थिति के लिए अपनी तैयारियों को परखा।

दो दर्जन से अधिक स्थानों पर बजे सायरन
बीएसएनएल कार्यालय में एयर स्ट्राइक की सूचना के साथ ही जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय, शास्त्री नगर, चौगान स्टेडियम, सांगानेरी गेट, सचिवालय, बीएसएनएल कार्यालय, एमआई रोड, गर्वमेंट हॉस्टल, चांदपोल पावर हाउस, घाटगेट सैंट्रल जेल के पास, दुर्गापुरा, बजाज नगर, एमएनआईटी सहित अन्य स्थानों पर सायरन बजने से प्रशासन सकते में आया और तुरंत घटना स्थल पर पहुंचना शुरू हो गया।

घायलों को बिल्डिंग से उतारा
बीएसएनएल कार्यालय में घायलों को सिविल डिफेंस के लोगों ने क्रेन और रस्सियों के माध्यम से बिल्डिंल से नीचे उतारा और घायलों को मौके पर प्राथमिक चिकित्सा सुविधा देने के साथ ही घायलों को एसएमएस अस्पताल पहुंचाया गया। इसके साथ ही बिल्डिंग में फायर बिग्रेड ने आग पर काबू पाया।

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सायरन बजते ही तुंरत पहुंची पुलिस 
शहर के एमआई रोड स्थित बीएसएनएल कार्यालय पर हुए हवाई हमले को लेकर की गई मॉक ड्रिल के लिए सायरन बजते ही तुंरत पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई और एम्बुलेंस को रास्ता देने समेत यातायात को रोककर राहत कार्य शुरू किया गया। कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने बताया कि अलर्ट करने के लिए ठीक 4 बजे सायरन बजा। सायरन की आवाज सुनते ही सभी संबंधित विभाग समय पर पहुंच गए। पुलिस टीमों ने सुरक्षा, बचाव और यातायात व्यवस्था बनाने में पूर्ण सहयोग किया। इस दौरान एडिशनल कमिश्नर कानून व्यवस्था डॉ. रामश्वेर सिंह, एडिशनल कमिश्नर क्राइम कुंवर राष्ट्रदीप, एडिशनल कमिश्नर ट्रैफिक योगेश दाधीच और डीसीपी साउथ दिगंत आनंद समेत अन्य अधिकारी मौत पर पहुंचे। सुरक्षा की दृष्टि से बम स्क्वाड, बीडीएस, ईआरटी और क्यूआरटी टीमें भी तैनात की गर्इं। इस मॉक ड्रिल के दौरान सिग्नल पर लगी बत्तियों को बंद कर दिया गया। सुरक्षा अभियान के दौरान बीएसएनएल कार्यालय से लेकर एसएमएस अस्पताल तक ग्रीन कॉरीडोर बनाया गया। 

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सचिवालय में भी बजा सायरन
पाक पर आतंकी ठिकानों पर स्ट्राइक के बाद बुधवार को जयपुर में मॉक ड्रिल के पहले चरण में पाक अटैक के अलर्ट की प्रैक्टिस को फिक्स चार बजे शासन सचिवालय में भी सायरन बजा। सायरन दो मिनट तक तेज और एक मिनट तक धीमी आवाज में बजता रहा। 

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प्रदेश में 41 जिलों में हवाई हमले और आपात स्थिति के लिए हुई मॉक ड्रिल 
केन्द्रीय गृह मंत्रालय और राजस्थान सरकार के निर्देशानुसार प्रदेश के 41 जिलों में बुधवार को हवाई हमले और अन्य आपात स्थितियों के लिए मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। मुख्य सचिव सुधांश पंत ने बताया कि नागरिक सुरक्षा, पुलिस, होमगार्ड, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, नगर परिषद, पेयजल, विद्युत विभाग, एनसीसी कैडेट, स्काउट-गाइड स्वयंसेवकों और रेलवे व बीएसएनएल सहित अन्य संगठनों ने इसमें भाग लिया।
अभ्यास के दौरान हवाई हमले की चेतावनी प्रणाली को सक्रिय करने, आग लगने या भवन ढहने की स्थिति में राहत एवं बचाव कार्य का अभ्यास किया गया। पीड़ितों को मलबे से निकालने, उन्हें अस्पताल तक पहुंचाने और घायलों की चिकित्सा प्रक्रिया को परखा गया। सुरक्षा अभ्यास में नागरिकों की प्रतिक्रिया का भी आकलन किया गया। उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए भविष्य में भी मॉक ड्रिल और ब्लैक आउट में सहयोग करने की अपील की। 

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