कहीं राहत तो कहीं आफत : चित्तौड़गढ़ में 13 इंच बरसात, बाढ़ के हालात, प्रदेश के बांधों में पानी की आवक हुई तेज
जयपुर सहित कई जिलों में तेज बारिश
पाली में उदेशी कुआं गांव में गुड़िया नदी के पास टापू पर पति-पत्नी 15 बकरियों सहित फंस गए।
जयपुर। प्रदेश के अधिकांश जिलों में बुधवार को मानसून फिर से सक्रिय हो गया। इसके असर से ज्यादातर जिलों में बारिश हुई। राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में हो रही बारिश कहीं राहत तो कहीं आफत बन गई है। भीलवाड़ा, कोटा, अजमेर, चित्तौड़गढ़, पाली, जोधपुर, उदयपुर, ब्यावर, सवाईमाधोपुर, झालावाड़, बांसवाड़ा, जयपुर सहित कई जिलों में बुधवार को तेज बारिश हुई। चित्तौड़गढ़ में बुधवार को 13 इंच यानी 320 एमएम से ज्यादा बारिश हुई। इससे यहां बाढ़ के हालात बन गए हैं। बांधों में पानी की आवक तेज हो गई है। भीलवाड़ा के हमीरगढ़ में बीते 24 घंटों में 9 इंच से ज्यादा बारिश हुई। इसके चलते यहां हालात बिगड़ गए हैं। निचले इलाकों में पानी भर गया है और जगह जगह जलभराव की स्थिति हो गई है।
कोटा के मोडक कस्बे में बाढ़ के हालात हैं। चार-चार फीट तक पानी घरों में भर गया है। कोटा बैराज के 19 में से 8 गेट खोले गए हैं। अजमेर में बारिश के दौरान दीवार गिरने से एक युवक की मौत हो गई। ब्यावर के पास रायपुर में भी नौ इंच से ज्यादा बारिश रिकॉर्ड हुई है। हनुमानगढ़ के पीलीबंगा इलाके में एक पुराना पुल धंस गया। चित्तौड़गढ़ के रावतभाटा में गूंजली नदी का पानी पुल के ऊपर तक बह रहा है। आधा दर्जन से अधिक गांवों का संपर्क कट गया है। चित्तौड़गढ़ में जवाहर सागर बांध के 2 गेट खोलकर 34 हजार क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है। पाली शहर सहित जिले भर में कहीं तेज तो कहीं रिमझिम बरसात हुई। सोजत क्षेत्र में अच्छी बरसात होने से गुड़िया और लीलड़ी नदी में पानी आया है। लीलड़ी नदी में महिलाओं ने चुनरी चढ़ाई। पाली में उदेशी कुआं गांव में गुड़िया नदी के पास टापू पर पति-पत्नी 15 बकरियों सहित फंस गए। पुलिस और लोगों ने उन्हें रेस्क्यू किया। बारिश के कारण बांधों और प्रदेश की तमाम नदियों का जलस्तर बढ़ गया है।
बीसलपुर बांध में आया 12 सेमी पानी, त्रिवेणी नदी का गेज बढ़ा
राजस्थान के दक्षिण-पूर्वी जिलों में हुई भारी बारिश के बाद चंबल, कालीसिंध समेत अन्य नदियों पर बने बांधों के गेट खोलकर पानी छोड़ा गया। भीलवाड़ा, ब्यावर, पाली में नौ इंच से ज्यादा पानी बरसने से बीसलपुर बांध में पानी की आवक तेज हो गई। इससे बांध का जलस्तर 12 सेमी से ज्यादा बढ़ गया। इस बांध में पानी लाने वाली त्रिवेणी नदी का गेज भी बढ़कर 8 मीटर पर पहुंच गया। बुधवार शाम 6 बजे तक बांध का जलस्तर 312.68 आरएल मीटर तक पहुंच गया। बांध से जुड़े इंजीनियर्स का कहना है कि त्रिवेणी का जलस्तर बढ़ने से अब बांध में पानी की आवक तेज होगी। अगले 24 से 48 घंटे के दौरान बांध का गेज तेजी से बढ़ने की संभावना है।
जयपुर में शाम को हुई झमाझम
राजधानी जयपुर में बुधवार को दिनभर बादल छाए रहे और शाम होते होते मौसम बदल गया। शहर के अलग अलग इलाकों में शाम करीब चार बजे बारिश का दौर शुरू हो गया। कहीं तेज तो कहीं हल्की बारिश हुई। शहर के ज्यादातर इलाकों में शाम को पांच बजे बाद झमाझम बारिश हुई। इससे सड़कों और मुख्य मार्गों पर पानी भर गया। जगह जगह जलभराव देखा गया। जयपुर में देर रात तक एक इंच से ज्यादा बारिश दर्ज की गई। वाहन चालक पानी में वाहन धकेलते नजर आए और शहर में कई जगह जाम की स्थिति बन गई। शहर के अलग अलग इलाकों में देर रात तक रुक रुक कर रिमझिम बारिश का दौर चलता रहा। इससे तापमान में भी गिरावट हुई और उमस भरी गर्मी से लोगों को राहत मिली। जयपुर में अधिकतम तापमान 33.5 डिग्री और न्यूनतम तापमान 26.9 डिग्री दर्ज किया गया।
श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ को छोड़ पूरे प्रदेश में ऑरेंज अलर्ट
टोंक और सवाई माधोपुर में भी हलकी बरसात हुई है। मौसम विभाग ने गुरुवार को अजमेर और भीलवाड़ा में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ को छोड़कर शेष सभी जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है।

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