मकान में सो रहे परिवार पर गिरी छत, दो की मौत, दो घायल
दबने से मां-बेटे की मौत हो गई
सांभरलेक थाना इलाके में सोते हुए परिवार के ऊपर भरभरा कर छत गिर पड़ी।
जयपुर। सांभरलेक थाना इलाके में सोते हुए परिवार के ऊपर भरभरा कर छत गिर पड़ी। इसमें दबने से मां-बेटे की मौत हो गई, जबकि दो गम्भीर रूप से घायल हुए हैं। पुलिस और ग्रामीणों की मदद से घायलों को मलबे से बाहर निकाला गया। घायलों को एसएमएस अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। एसएचओ राजेंद्र कुमार यादव ने बताया कि हादसा चरासड़ा गांव में मेवाराम गुर्जर के घर हुआ। मेवाराम शुक्रवार तड़के काम करने के लिए खेत पर चला गया। परिवार के बाकी सदस्य घर के अंदर सो रहे थे, सुबह करीब साढ़े चार बजे अचानक मकान का आधे से ज्यादा हिस्सा ढह गया। मकान ढहने की आवाज सुनकर आस-पड़ोस के लोग बाहर आ गए। मकान की छत में लगी पट्टियों और मकान के मलबे में घरवालों के दबने की सूचना फोन करके पुलिस को दी गई।
जेसीबी की मदद से मलबा हटाया, पट्टियों के नीचे दबे लोगों को निकाला :
यादव ने बताया कि पुलिस ने मौके पर पहुंच कर लोगों की मदद से मलबे में दबे परिजनों को बाहर निकालने का प्रयास किया। जेसीबी मंगाकर मलबे को हटाया गया। करीब आधे घंटे की मशक्कत के बाद मलबे में दबे परिवार के सदस्यों को लहूलुहान हालत में बाहर निकाला गया। मलबे में पट्टियों के नीचे हंसा देवी (35), लोकेश (8), दिलसुख, और दूद निवासी भांजा नन्दाराम दबे मिले। उन्हें लहूलुहान हालत में तुंरत सांभरलेक हॉस्पिटल पहुंचाया। डॉक्टर्स ने हंसा देवी और लोकेश को मृत घोषित कर दिया। दिलसुख और नंदराम की हालत गंभीर होने पर दोनों को जयपुर के एसएमएस हॉस्पिटल रेफर कर दिया। हंसा देवी और लोकेश एक कमरे में सो रहे थे। दूसरे कमरे में दिलसुख और नंदराम सोए हुए थे।
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