आरयूएचएस अस्पताल : सर्जरी कर बचाई 5 वर्ष के बच्चे की जान, खाने की नली से सिक्का निकाला
अस्पताल की ईएनटी और एनेस्थिसिया विभाग की टीम ने पाई सफलता
एनेस्थीसिया विभाग की ओर से डॉ. वरुण सैनी, डॉ. मनीष खंडेलवाल, डॉ. मनोज सोनी, डॉ. बुधराम और एनेस्थीसिया नर्सिंग स्टाफ ने सर्जरी में अहम भूमिका निभाई।
जयपुर। आरयूएचएस अस्पताल में एक आपातकालीन सर्जरी कर पांच वर्षीय बालक का जीवन बचाने में चिकित्सकों ने सफलता प्राप्त की है। चिकित्सा शिक्षा सचिव अम्बरीष कुमार ने बताया कि हालही आरयूएचएस में एक पांच वर्षीय बालक आपातकालीन इकाई में लाया गया। उसके खाने की नली में दो रुपए का सिक्का फंस गया था। जोखिम भरी सर्जरी को सफलतापूर्वक अंजाम देकर आरयूएचएस के चिकित्सकों ने उसका जीवन बचाया। ईएनटी और एनेस्थीसिया विभाग की कुशलता और त्वरित निर्णय से यह संभव हो सका। आरयूएचएस अस्पताल के अधीक्षक डॉ. महेश मंगल ने बताया कि बालक ने सिक्का निगल लिया था। इससे उसके गले में तेज दर्द हुआ और उल्टी होने लगी। माता-पिता उसे लेकर तुरंत आरयूएचएस अस्पताल की आपातकालीन इकाई में पहुंचे, जहां विशेषज्ञों ने उसकी स्थिति को भांपते हुए तत्काल आपातकालीन आॅपरेशन थिएटर में शिफ्ट किया।
बच्चे को सामान्य बेहोशी में लेकर दूरबीन की सहायता से गले की नली से सिक्के को सावधानीपूर्वक बाहर निकाला गया। ईएनटी विभाग के प्रमुख डॉ. राघव मेहता, डॉ. महेन्द्र सिंह हाड़ा, डॉ. विकास रोहिला और उनकी टीम के सदस्य डॉ. सुमन बिश्नोई व डॉ. दिया शर्मा ने तत्काल निर्णय लेते हुए बच्चे को सर्जरी के लिए तैयार किया। एनेस्थीसिया विभाग की ओर से डॉ. वरुण सैनी, डॉ. मनीष खंडेलवाल, डॉ. मनोज सोनी, डॉ. बुधराम और एनेस्थीसिया नर्सिंग स्टाफ ने सर्जरी में अहम भूमिका निभाई।
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