एसएमएस अस्पताल में सर्जरी विभाग ने पेट की 5 किलो की जटिल गांठ का किया सफल ऑपरेशन, मरीज को काफी समय से पेट में थी दर्द और फुलावट
समस्त जाँचो के बाद ऑपरेशन करने का निर्णय लिया गया
एसएमएस अस्पताल में सर्जरी विभाग के चिकित्सकों एक मरीज के पेट से 5 किलो की जटिल गांठ को सर्जरी के जरिए सफलता पूवर्क निकाला है
जयपुर। एसएमएस अस्पताल में सर्जरी विभाग के चिकित्सकों एक मरीज के पेट से 5 किलो की जटिल गांठ को सर्जरी के जरिए सफलता पूवर्क निकाला है। बायीं किडनी से जुड़ी पेट की पाँच किलो की जटिल गांठ का ऑपरेशन जनरल सर्जरी विभाग के यूनिट हेड वरिष्ठ आचार्य डॉ बी एल यादव, सह आचार्य डॉ दीक्षा मेहता और उनकी टीम के द्वारा किया गया।
डॉ बी एल यादव ने बताया की मरीज को काफी समय से पेट में दर्द और फुलावट थी, जो आकार में बढ़ रही थी। मरीज को भर्ती करने के बाद सिटी स्कैन एंवम एम आर आइ जाँच पर पता चला की पेट में बड़ी गांठ है। समस्त जाँचो के बाद ऑपरेशन करने का निर्णय लिया गया। ऑपरेशन के दौरान गाँठ ने बाँयी किड्नी को इन्वोल्व किया हुया था, एंवम आँतों, तिल्ली, पेंकरियाज जैसे अंगो से चिपकी हुई थी। ऑपरेशन के द्वारा गाँठ को इन अंगो से अलग किया गया और इन सब अंगो को बचा कर 'एन ब्लॉक रीटरो-पेरीटोनीयल मास रीसेक्शन विद लेफ्ट नेफ़रोयूरीटेरेक्टोमी' नामक ऑपरेशन किया गया। यह अपने आप में एक दुर्लभऔर जटिल ऑपरेशन है, जिस में एन ब्लॉक रीसेक्शन मरीज़ की कैन्सर के स्थायी निदान के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है।
ऑपरेशन करने वाली टीम में डॉक्टर बी एल यादव, एंवम डॉ दीक्षा मेहता के साथ जनरल सर्जरी विभाग की डॉ रेणुका, डॉ दर्शन, डॉ आशीष गर्ग, डॉ नीतीश, डॉ योगेश, डॉ घनेंद्र और डॉ कीर्ति का भी सहयोग रहा। निश्चेतन विभाग से डॉ कंचन चौहान, डॉ इंदू, डॉ सुनील चौहान और डॉ रजनीश एंवम रेडियोडायग्नोसिस विभाग से डॉ अनु भंडारी एंवम डॉ पारुल गुप्ता का भी अहम योगदान रहा।
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