घुमंतू और भीख मांगने वालों से संवाद कर उनके बच्चों की शिक्षा की पुख्ता व्यवस्था हो : राज्यपाल
अनुसूचित क्षेत्र में जनजाति कल्याण के लिए संचालित योजनाओं एवं विकास कार्यों की समीक्षा
राज्यपाल ने अनुसूचित क्षेत्र में आदिवासी लोगों की ओर से वनाधिकार पट्टों के दावों के भी शत-प्रतिशत निस्तारण के निर्देश दिए।
जयपुर। राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने अधिकारियों से जनजातीय क्षेत्रों में शिक्षा और चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार पर विशेष ध्यान केन्द्रित करते हुए कार्य करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने जनजातीय क्षेत्रों के पारंपरिक पशुपालन व्यवसाय, दुग्ध उत्पादन, हस्तशिल्प, कारीगरी व्यवसायों और स्थानीय हस्त-शिल्प कलाओं की प्रभावी मार्केटिंग करने पर भी जोर दिया। उन्होंने राज्य के सभी 9 जनजातीय जिलों के कलेक्टरों से घुमंतू और भीख मांगने वाले लोगों से संवाद कर उनके बच्चों की शिक्षा की पुख्ता व्यवस्था किए जाने की आवश्यकता जताई। बागडे राजभवन में अनुसूचित क्षेत्र में जनजाति कल्याण के लिए संचालित योजनाओं एवं विकास कार्यों की समीक्षा बैठक में संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने इस दौरान कुछ समय पहले राजसमंद जिले में किए गए अपने दौरे पर छात्रावास एवं विद्यालय के मध्य दूरी की असुविधा को देखते हुए बालिकाओं के लिए परिवहन व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए थे। राज्यपाल ने अनुसूचित क्षेत्र में आदिवासी लोगों की ओर से वनाधिकार पट्टों के दावों के भी शत-प्रतिशत निस्तारण के निर्देश दिए। जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग के मंत्री बाबूलाल खराड़ी ने जनजातीय क्षेत्रों में निर्माण कार्यों, छात्रावासों में हो रहे कार्यों के बारे में अधिकारियों से चर्चा करते हुए आवश्यकतानुसार क्षेत्रों में समयबद्ध कार्य पूर्ण किए जाने और विकास योजनाओं से अधिकाधिक लोगों को लाभान्वित किए जाने का आह्वान किया।

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