आज की शिक्षा आदमी को योगी नहीं, भोगी बना रही है : रामदेव
जो बह गया वो भोगी और जो ठहर गया वो योगी
कहीं कोई विद्यालय खुलता है तो ज्ञान की एक खिड़की समाज को मिलती है
जयपुर। भारतीय शिक्षा बोर्ड के सौजन्य से एसएसआई शैक्षणिक संस्थान में वृहद् शिक्षात्मक समारोह मानसरोवर के दीप स्मृत ऑडिटोरियम में हुआ। इसमें राज्यपाल हरिभाऊ किशनराव बागडे, योग गुरु बाबा रामदेव, शिक्षा मंत्री मदन दिलावर, कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा उपस्थित रहें। इस मौके पर बाबा रामदेव ने बच्चों को योग के साथ अनुशासन का पाठ पढ़ाते हुए कहा कि इंसान का अपनी इंद्रियों पर अपने मन पर कंट्रोल होना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि जो बह गया..वो भोगी और जो ठहर गया...वो योगी, आज की शिक्षा आदमी को योगी नहीं भोगी बना रही है। रामदेव ने बताया कि इस बोर्ड में 80 फीसदी जगह देश के वीरों के योगदान को दी जाएगी। 20 फीसदी में मुगलों और उनके बुरे कर्मों के बारे में बताया जाएगा। रामदेव ने किरोड़ी लाल मीणा की ओर इशारा करते हुए बोले हमारे विचार संस्कृति कोई नहीं बदल सकता है।
किरोड़ीलाल को देखिए वो बस अपने मन की करते है। उन्होंने कहा कि पहले चरण में 500 स्कूल को भारतीय शिक्षा बोर्ड से जोड़ा जाएगा। दूसरे चरण में 1000 स्कूल जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है। कार्यक्रम का उद्बोधन करते हुए राज्यपाल बागडे ने कहा कि कहीं कोई विद्यालय खुलता है तो ज्ञान की एक खिड़की समाज को मिलती है। उन्होंने विद्यालयों को बच्चों की बौद्धिक क्षमता का विकास करने का स्थान बनाए जाने पर जोर देते हुए कहा कि शिक्षा जीवन को गढ़ती है, वहीं समाज आगे बढ़ता है, जो शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी होता है। राज्यपाल ने इस दौरान प्राचीन भारतीय ज्ञान परम्परा, गुरूत्वाकर्षण के सिद्धान्त के जनक भारत के होने, भास्कराचार्य द्वारा की गई खोजों और सभी क्षेत्रों में भारत के अग्रणी रहने के उदाहरण देते हुए शिक्षकों का आह्वाहन किया कि वे नई पीढ़ी को भारतीय ज्ञान-विरासत से जोड़े। भारतीय शिक्षा बोर्ड में वेद, उपनिषद, भगवान बुद्ध का धौर्य, महराणा प्रताप का शौर्य और हमारी संस्कृति के अन्य अहम पहलुओं को पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा।

Comment List