पूर्णिमा यूनिवर्सिटी में यूके के मीडिया विशेषज्ञ का सेशन, डिजिटल युग में बदलती हुई स्टोरी टेलिंग की शैली पर डाला प्रकाश
नैतिक निर्णय भी होता है
सेशन में स्टूडेंट्स की उत्साहपूर्वक भागीदारी रही और उन्होंने विशेषज्ञ वक्ता से संवादात्मक शैली में सवाल पूछकर अपनी जिज्ञासा को शांत किया।
जयपुर। पूर्णिमा यूनिवर्सिटी में 'फैक्ट्स एंड फ्रेम्स: विजुअल एंड डिजिटल स्टोरीटेलिंग' विषय पर विशेष सेशन आयोजित किया गया। सेशन के मुख्य वक्ता अंतरराष्ट्रीय पत्रकार, डिजिटल स्टोरीटेलर, मीडिया विशेषज्ञ एवं यूके की कार्डिफ यूनिवर्सिटी के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. डेविड डंकले गाइमा थे। उन्होंने जर्नलिज्म, एनीमेशन और गेम डिजाइन के स्टूडेंट्स से संवाद करते हुए डिजिटल युग में बदलती हुई स्टोरी टेलिंग की शैली पर प्रकाश डाला। यह सेशन फैकल्टी ऑफ डिजाइन एंड आर्ट्स तथा फैकल्टी ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया।
पूर्णिमा यूनिवर्सिटी के जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन डिपार्टमेंट की एचओडी डॉ. आस्था सक्सेना ने मुख्य वक्ता डॉ. डेविड का स्वागत किया। डॉ. डेविड ने मल्टीमीडिया प्रजेंटेशन और केस स्टडी के माध्यम से बताया कि एआई, एथिक्स और क्रॉस-प्लेटफॉर्म कंटेंट आज के मीडिया परिदृश्य को किस प्रकार प्रभावित कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि आज की डिजिटल दुनिया में मीडिया निर्माताओं की जिम्मेदारी पहले से कहीं अधिक बढ़ गई है। सच्चाई को किस रूप में प्रस्तुत किया जाए, यह केवल तकनीकी नहीं, बल्कि नैतिक निर्णय भी होता है।
सेशन में स्टूडेंट्स की उत्साहपूर्वक भागीदारी रही और उन्होंने विशेषज्ञ वक्ता से संवादात्मक शैली में सवाल पूछकर अपनी जिज्ञासा को शांत किया। डॉ. डेविड की शिक्षण शैली ने प्रतिभागियों में आलोचनात्मक सोच को बढ़ावा दिया और सेशन के जरिए उन्हें डिजिटल मीडिया के प्रति अधिक जागरूक बनने में मदद की। यह आयोजन न केवल शैक्षणिक दृष्टि से महत्वपूर्ण रहा, बल्कि यूनिवर्सिटी के ग्लोबल विजन, अंतरराष्ट्रीय साझेदारी और मीडिया शिक्षा में नवाचार की प्रतिबद्धता को दर्शाने में भी सहायक साबित हुआ।

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