विश्व पुस्तक दिवस पर मुख्यमंत्री का संदेश : पुस्तकों के महत्व को समझें और पढ़ने की अपनाएं आदत, कहा- पुस्तकें ज्ञान का अमूल्य भंडार
संस्कृति और इतिहास को संरक्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं
मुख्यमंत्री ने कहा कि पुस्तकों के माध्यम से हम अपने जीवन को बेहतर बना सकते हैं और समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं। उन्होंने सभी नागरिकों से आग्रह किया कि वे पढ़ने की आदत को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं।
जयपुर। मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने विश्व पुस्तक दिवस के अवसर पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए पुस्तकों के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि पुस्तकें ज्ञान का अमूल्य भंडार हैं, जो न केवल हमारी मानसिक क्षमताओं को विकसित करती हैं, बल्कि हमें नए विचारों और दृष्टिकोणों से परिचित कराती हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पुस्तकों के माध्यम से हम अपने जीवन को बेहतर बना सकते हैं और समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं। उन्होंने सभी नागरिकों से आग्रह किया कि वे पढ़ने की आदत को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं। उन्होंने यह भी कहा कि पुस्तकें हमारी संस्कृति और इतिहास को संरक्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
शर्मा ने इस दिवस पर अधिक से अधिक पठन-पाठन को प्रोत्साहित करने का संकल्प लेने का आह्वान किया। उन्होंने बच्चों और युवाओं को पुस्तकालयों में जाकर पढ़ाई करने और ज्ञानवर्धन में रुचि दिखाने की अपील की। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज के डिजिटल युग में भी पुस्तकों का महत्व अपरिवर्तित है। यह दिवस हमें स्मरण कराता है कि पढ़ना न केवल एक शौक है, बल्कि एक सार्थक जीवन जीने का साधन भी है।

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