असर खबर का - रामगढ़ टाइगर रिजर्व से लकड़ियां चोरी करवाने के मामले में रेंजर निलंबित
दैनिक नवज्योति ने सिलसिलेवार खबर प्रकाशित कर मिलीभगत का किया था पर्दाफाश
जांच में नवज्योति की खबर पर लगी मुहर।
कोटा। रामगढ़ टाइगर रिजर्व के कोर एरिया से माफियों को ट्रक भरकर लकड़ियां चोरी करवाने के मामले में जेतपुर रेंज के रेंजर चंद्रकांत शर्मा को प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन, बल प्रमुख) ने बुधवार को तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया है। वहीं, रेंजर शर्मा के खिलाफ विस्तृत जांच करवाई जाएगी। निलंबन काल में इनका मुख्यालय संभागीय मुख्य वन संरक्षक कोटा में रहेगा।
यह था मामला : रामगढ़ टाइगर रिजर्व की जेतपुर रेंज में पापड़ा चौक है, जो कोर एरिया है। जहां वनकर्मियों ने माफियाओें से मिलीभगत कर दिनदहाड़े ट्रकों में बबूल की लकड़ियां चोरी करवाई। जबकि, इस जगह पर टाइगर का मूवमेंट रहता है। अपने स्वार्थ के लिए वनकर्मियों ने टाइगर की सुरक्षा भी दांव पर लगाई। भ्रष्टाचार का यह खेल पिछले ढाई महीने से चल रहा था। दैनिक नवज्योति ने सिलसिलेवार खबर प्रकाशित कर जघन्य वन अपराध का पर्दाफाश किया था।
नवज्योति ने उजागर किया था मिलीभगत का खेल
दैनिक नवज्योति ने गत 15 जुलाई को रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व के कोर एरिया में ट्रक भरकर बेची जा रही लकड़ियां...शीर्षक से खबर प्रकाशित कर मिलीभगत का खेल उजागर किया था। मामले की जांच प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन्यजीव प्रतिपालक शिखा मेहरा के आदेश पर सीसीएफ वन्यजीव टी-मोहनराज ने मामले की जांच की थी। जिसमें रेंजर की माफियाओं के साथ मिलीभगत पाई गई। मामले में फोरेस्टर को भी दोषी माना गया है।
नवज्योति की खबर पर किया निलंबित
प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन बल प्रमुख) द्वारा जारी किया गया निलंबन आदेश में दैनिक नवज्योति की खबर का हवाला दिया गया है। आदेश में बताया गया कि दैनिक नवज्योति में गत 15 जुलाई को ‘टाइगर रिजर्व के कोर एरिया में ट्रक भरकर बेची जा रही लकड़ियां’ शीर्षक से खबर प्रकाशित हुई थी। जिसकी प्रारंभिक जांच में रेंजर चंद्रकांत शर्मा मिलीभगत पायी गई है। इस पर शर्मा को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया।
बाघ व शावकों की जान से किया खिलवाड़
वन विभाग के मुखिया होफ द्वारा की गई कार्रवाई से जंगल का सौदा करने वाले भ्रष्ट वनकर्मियों व अधिकारियों में डर बनेगा और जंगल के प्राणियों की रक्षा सुनिश्चित हो सकेगी। जहां चार बाघों का मूवमेंट रहता है वहां वनकर्मी माफियाओं से सांठगांठ कर ट्रकों में लकड़ियां भरवाकर बेच रहे थे। जिससे जंगल के साथ बाघों की सुरक्षा भी दांव पर लग गई थी। कार्रवाई से वन अपराध पर अंकुश लगेगा। भ्रष्टाचार के खिलाफ दमदारी से आवाज उठाने पर दैनिक नवज्योति का बहुत-बहुत आभार। नवज्योति की खबरों से ही जांच में वनकर्मियों का माफियाओं से सांठगांठ का खुलासा हुआ।
- विट्ठल सनाढ्य, पूर्व मानद वन्यजीव प्रतिपालक बूंदी
रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व के कोर जैसे संवेदनशील क्षेत्र में वन विभाग जहां बोघों का मूवमेंट बताकर वन्यजीव प्रेमियों व मडियाकर्मियों को प्रवेश नहीं देते। वहीं, दूसरी ओर बाहरी व्यक्तियों को ट्रकों में लकड़ियां भरवाकर अवैध परिवहन की इजाजत देता है, जो गलत है। मामले में अन्य दोषियों पर भी कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि तेजी से उभरते इस टाइगर रिजर्व में दोबारा ऐसा वन अपराध न हो। जंगल और वन्य प्राणियों की सुरक्षा और भ्रष्टाचार के खिलाफ सार्थक प्रयास के लिए दैनिक नवज्योति का आभार।
- पृथ्वी सिंह राजावत, सदस्य कोर-बफर निर्धारण समिति आरवीटीआर

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