माहौल में गूंजेंगी स्वर लहरियां, बच्चों का मनोरंजन होगा भरपूर
880 सीढ़ियों वाली आधुनिक बावड़ी होगी आकर्षण का केन्द्र, छह माह बाद तक मिल सकती है चम्बल रिवर फ्रंट की सौगात
कोटा शहर में चम्बल नदी के किनारे निर्माणाधीन रिवर फ्रंट का काम तेजी से चल रहा है। जिसके इस साल दीपावली तक पूरा होने की संभावना है। चम्बल रिवर फ्रंट पर ही नयापुरा की तरफ एक आधुनिक बावड़ी का निर्माण भी कराया जा रहा है। 880 सीढ़ियों वाली इस बावड़ी में हाड़ौती की कई बावड़ियों का समावेश होगा।
कोटा । शिक्षा नगरी के साथ ही पर्यटन नगरी के रूप में विकसित हो रहे कोटा शहर में चम्बल नदी के किनारे निर्माणाधीन रिवर फ्रंट का काम तेजी से चल रहा है। जिसके इस साल दीपावली तक पूरा होने की संभावना है। रिवर फ्रंट के एक तरफ बन रहे 12 घाटों में से हर घाट की अपनी अलग पहचान व विशेषता है। रिवर फ्रंट पर बच्चों से लेकर बड़ों तक और युवाओं से लेकर महिलाओं तक पर्यटकों से लेकर व्यापारियों तक और कलाकारों से लेकर प्रतिभाओं तक के लिए आकर्षण व मनोरंजन का पूरा ध्यान रखा गया है। मार्च 2022 तक पूरा होने वाली रिवर फ्रंट का प्रोजेक्ट अब दीपावली तक पूरा होने की संभावना है। नगर विकास न्यास द्वारा पहले फेज में करीब 800 करोड़ रुपए की लागत से कोटा बैराज से नयापुरा की रियासतकालीन पुलिया तक 6 किमी. एरिया में नदी के दोनों तरफ घाटों का निर्माण किया जा रहा है। इनमें कोटा बैराज के पास कैसल बिल्डिंग से लेकर नयापुरा घाट तक का क्षेत्र है। इसके बीच में रामपुरा का शिवदास घाट व छोटी-बड़ी समाध भी शामिल हैं।
तीन वाटर स्लाइड बनाए जा रहे
यहां कोटा से नयापुरा तक बन रहे 12 घाटों में से एक घाट है किड्स जोन। यहां छोटे बच्चों के लिए वाटर पार्क की सुविधा विकसित की जा रही है। यहां घूमने आने वाले बच्चे मनोरंजन कर सकेंगे। बच्चों के लिए तीन वाटर स्लाइड बनाए जा रहे हैं। जिनमें बच्चे ऊपर से फिसलते हुए आएंगे और नीचे टब नुमा पानी में गिरेंगे। इसी तरह से एक होगा म्यूजिकल घाट। यहां बांसवाड़ा के पत्थरों से सीढ़ी नुमा इस तरह का आकार बनाया जा रहा है। जिसमें देखने से वह प्यानो की तरह का नजर आएगा। साथ ही वहां पीछे की तरफ हॉल बनाया गया है। जहां सांस्कूतिक व संगीत के कार्यक्रम भी होंगे। उस हॉल में बैठकर लोग मनोरंजक व संगीत के कार्यक्रमों का आनंद ले सकेंगे।
हाड़ौती की बावड़ियों का होगा समावेश
चम्बल रिवर फ्रंट पर ही नयापुरा की तरफ एक आधुनिक बावड़ी का निर्माण भी कराया जा रहा है। 880 सीढ़ियों वाली इस बावड़ी में हाड़ौती की कई बावड़ियों का समावेश होगा। ऊपर से 40 गुणा 30 मीटर चौड़ी और नीचे से 26 गुणा 16 मीटर चौड़ाई वाली इस बावड़ी में चारों तरफ 880 सीढ़ियां बनाई गई हैं। इसकी विशेषता है कि इसमें रानी जी की बावड़ी, चांद बावड़ी व बूंदी की वाबड़ी समेत अन्य बावड़ियों का समावेश किया गया है। बावड़ी की सीढ़ियों पर रंग बिरंगी लाइटें लगेंगी। बावड़ी में हमेशा एक मीेटर तक पानी भरा रहेगा। बावड़ी के अंदर सेल्फी पाइंट भी रहेगा। इसके चारों तरफ तोरण द्वार बनाए गए हैं। 42 तरफ के जीव जन्तुओं के स्कल्चर भी तैयार किए हैं। बावड़ी पर 6 सफेद संगमरमर के घोड़े भी लगाए जाएंगे जो पर्यटकों को आकर्षित करेंगे। नगर विकास न्यास के अधिकारियों का कहना है कि इस रिवर फ्रंट का काम वैसे तो मार्च 2022 में पूरा होना था। लेकिन काम काफी बारीक होने से उसमें समय लग रहा है। यहां अधिकतर घाट तैयार हो चुके हैं। अब इसका काम दीपावली तक पूरा होने की संभावना है।

Comment List