मांगी थी 20, मिली पांच, नई बसें नहीं मिलने से खटारा से नहीं मिली निजात

रोडवेज बेड़ा : डीलक्स व सेमी डीलक्स बसों का अनुबंध खत्म होने से कोटा डिपो में लंबे रूट पर चल रही एक्सप्रेस बसें

मांगी थी 20, मिली पांच, नई बसें नहीं मिलने से खटारा से नहीं मिली निजात

पांच नई एक्सप्रेस बसों से चलाया जा रहा लंबे रूट पर काम।

कोटा। कोटा रोडवेज डिपो से खटारा बसों से निजात मिलने का इंतजार लंबा होता जा रहा है। कोटा डिपो ने 20 बसों की डिमांड भेजी थी लेकिन पांच बसे ही नई मिली है। वहीं अनुबंध पर चल रही डीलक्स व सेमी डीलक्स बंद होने से यात्रियों के लिए और परेशानी बढ़ गई है। उल्लेखनीय है कि रोडवेज प्रशासन ने उदयपुर, चित्तौडगढ डिपो ज्यादा नई बसे दी लेकिन वहां स्टाफ नहीं होने यह आगार में खड़ी थी आखिर इन बसों को कोटा, बूंदी व अन्य जिलो में संचालन के लिए दिया गया। कोटा से जयपुर व उदयपुर मार्ग की लंबी दूरी की आरामदायक डिलक्स व सेमी डीलक्स रोडवेज बसों का अनुबंध खत्म होने से लंबी दूरी की यात्रा करने वाले यात्रियों को अब निजी बसों में सफर करना पड़ रहा है। रोडवेज ने अनुबंध खत्म होने के बाद उदयपुर व कोटा रूट पर नई मिली एक्सप्रेस बसों को लगा दिया है। यह बसे आधे समय आॅन लाइन दिखती आधे समय नहीं दिखती है। ऐसे में ऑन लाइन टिकट कराने वालों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कोटा डीपो की ओर से 20 नई बसों की डिमांड की गई थी उसमें अब तक 5 बसे ही मिली है। कुछ बसे अन्य डिपों की कोटा से यहां शिफ्ट की है जिसे यात्रियों को कुछ रूट पर खटारा बसों से राहत मिली है। लेकिन अभी कोटा से बूंदी, झालावाड़, रावतभाटा, लाखेरी, केशवरायपाटन, उनियार टोंके लिए पुरानी बसे चल रही है। 

कोटा आगार की ओर से चार माह पहले 20 बसों की डिमांड भेजी थी लेकिन एक भी बस नहीं मिली। उसके बाद 10 बसों की डिमांड भेजी तो उसमें से मात्र अभी तक 5 ही बसे मिली है। कोटा  संभाग मुख्यालय होने बावजूद 5 ही बसे मिली जबकि बूंदी, बारां डिपो को चार चार बसे मिली है। पहले नई बसे जुलाई में आनी थी लेकिन सितंबर के प्रथम सप्ताह में दो बसे आई वहीं अक्टूबर में तीन बसेंं मिली। जिनको उदयपुर, जयपुर, अजमेर रूट पर लगाया है।  पिछले एक दशक से कोटा रोडवेज आगार में बेड नई बसे गिनती की ही आने से लोगों पुरानी खटारा बसों को ही मरम्मत करके चलाया जा रहा है। यात्रियों इन खटारा बसों में सफर करना पड़ रहा है। बसे इतनी पुरानी हो चुकी आए दिन बे्रक डाउन हो रही है। रोडवेज प्रशासन की ओर से 500 डीजल व 300 ई बसे खरीदी जा रही है जिसको सभी डिपो वितरण किया जाएगा। इसके लिए रूट चार्ट भी मांगे गए है। 

स्टाफ व बसों की कमी से व्यवस्था की टूट चुकी कमानियां :

राजस्थान रोडवेज में चालकों और परिचालकों की कमी के चलते कोटा के विभिन्न रूटों पर बसों को कम कर दिया गया है।  इस कारण यात्रियों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।  पहले कोटा डिपो में रोडवेज की 120 बसें थी जो अब 68 रह गई हैं।  इतना ही नहीं रोडवेज के पास मैकेनिक के 96 पद हैं, लेकिन फिलहाल 65 कार्यरत हैं।  इस कारण इन 68 बसों की रूटिंग में होने वाली चैकिंग भी समय पर नहीं हो पाती है, जिससे कई बार बसें रास्ते में ही खराब हो जाती है और यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।

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फैक्ट फाइल :

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02 डिपो कोटा में 
68 कुल बसें
11 बसें अनुबंध की 
05 मिड बसें 
05 नई बसें  

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कोटा में पांच नई बसे मिली है। 20 बसों की डिमांड भेज रखी है। यात्रियों की सुविधा को देखते हुए अन्य डिपो से कुछ बसे  कोटा डिपो  से संचालित की जा रही है। जिससे यात्रियों को पुरानी बसों में सफर नहीं करना पड़े। लंबी दूरी की 4 बसों का अनुबंध खत्म होने से उनके स्थान पर एक्सप्रेस बसे लगाई है। नई सेमी डीलक्स आने पर लंबे रूट पर लगाई जाएगी। 
- अजय कुमार मीणा, मुख्य आगार प्रबंधक कोटा

लंबे रूट पर नहीं चल रही आरामदायक बसें
कोटा डिपो में लगातार बसे कम हो रही है। कोटा उदयपुर मार्ग पर सुबह 5 बजे व सुबह 5.30 बजे चलने वाली सेमी डीलक्स बसे सितंबर 2024  बंद हो गई उसके बाद इस रूट पर अब कोई डीलक्स व सेमी डीलक्स बस नहीं चल रही है। उसके स्थान पर एक्सप्रेस बसे लगा रखी है। 300 किमी का सफर तीन बायी टू सीट वाली बस में करना सजा से कम नहीं है। पहले दो बायी दो बसे आरामदायक थी जिससे सफर में थकान नहीं होती थी। नई बसों में सीटे इतनी छोटी के ही तीन लोग एक साथ बड़ी मुश्किल से बैठ पाते है। उस पर इस रूट एक्सप्रेस बसे चलाने से रास्ते से लोकल सवारी भी परिचालक बिठा लेते जिससे बस ओवर क्राउड हो जाती है। रोडवेज को लंबी दूरी सेमी डीलक्स बसे फिर से शुरू करनी चाहिए। 
- अंजु गुप्ता, निवासी बजरंग नगर

जयपुर के लिए सुबह की डीलक्स बस बंद, हो रही परेशानी
कोटा डिपों में चार सेमी डीलक्स बसें अनुबंध पर चल रही थी। इससे लंबी दूरी की यात्रा करने में परेशानी नहीं होती थी। लेकिन यह बसे बंद होने से जयपुर और उदयपुर की लंबी दूरी के लिए एक्सप्रेस बसों में सफर करना पड़ता है। जिससे थकान होती है। अब ट्रावेल्स बसों में जयपुर जाना पड़ रहा है। जिसमें किराया ज्यादा देना पड़ता है। 
- महेश गर्ग, यात्री  अंबेडकर नगर

ऑन लाइन नहीं दिखती बसें
कोटा आगार में पहले बसों की कमी उस पर अनुबंध की चार बसे बंद होने से लंबे रूट पर सफर अब एक्सप्रेस बसों में करना पड़ रहा है। कोटा से उदयपुर के लिए पहले दो सेमी डिलक्स बसे चल रही थी दोनों ही बंद हो गई है। वहीं जयपुर के लिए भी दो बसे चल रही वो भी बंद हो गई उनके स्थान पर एक्सप्रेस बसे लगा दी वो आए दिन ऑनलाइन बुकिंग में वेसाइट पर नहीं दिखाई देती है। जिससे परेशानी हो रही है। कोटा को दो नई बसे मिली जिसमें एक को कोटा उदयपुर लगाया दूसरी को माउंटआबू लगाया है। 
- आशा टांक, रिद्धि सिद्ध नगर

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