बदहाल सड़क के कारण तीन किलोमीटर का सफर एक घंटा में हो रहा पूरा
रांक्याखेड़ी रामनगर गांव की ओर जाने वाली सड़क का मामला
कुछ स्थानों पर तो सड़क का नामोनिशान तक नहीं रहा।
कसार। कसार कस्बे से दो गांवों को जोड़ने वाली तीन किलोमीटर की सड़क पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है। जिस कारण रोजाना दोपहिया वाहन चालक गिरकर चोटिल हो रहे है। जानकारी अनुसार कसार से रांक्याखेड़ी रामनगर गांव की और जाने वाली सड़क पूरी तरह उखड़ गई है और 3 किलोमीटर की दूरी किसी वाहन से तय करने में आधे घंटे से भी अधिक समय लगता है। कुछ स्थानों पर तो सड़क का नामोनिशान तक नहीं रहा। जगह-जगह गहरे गड्डे हो गए हैं। दुपहिया वाहन चालक आए दिन गिरकर दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं। वही इस सड़क से गुजरते बड़े वाहनों से उड़ते धूल के गुब्बारों से दुपहिया चालकों की हालत खराब हो जाती है। इन सड़क का निर्माण कई साल पहले किया गया था मगर क्षेत्र में पत्थर एवं अवैध रूप से मिट्टी खनन के बाद माल लेकर जाने वाले ओवरलोड वाहनों के कारण सड़क धीरे धीरे टूटती चली गई और अब ग्रामीणों के सामने गंभीर समस्या खड़ी हो गई है।
फैली गिट्टी भी दुर्घटना का कारण
वही ग्रामीणों का कहना है कि कुछ समय पहले चुनाव के समय सड़क निर्माण कार्य शुरू किया गया था और निर्माण कार्य करने वाली कंपनी ने बची सड़क को खोद कर पूरे मार्ग में गिट्टी डाल दी थीं लेकिन किसी वजह से निर्माण कार्य बंद कर दिया गया और अब मार्ग में फैली गिट्टी भी दुर्घटना का कारण बनी हुई है व रोजाना आवाजाही करने वाले दोपहिया वाहन चालक गिरकर चोटिल हो रहे है। वहीं गावों में इसी कारण डिलेवरी के समय एम्बुलेंस आदि इमर्जेंसी सेवा भी समय पर नही पहुंच पाती और अगर पहुंच भी जाती है तो रास्ते मे ही प्रसव हो जाते है। क्योंकी रास्ते में इतना खराब है कि डिलेवरी के समय इतनी पीड़ा सहन नहीं कर पाती है और ग्रामीणों के सामने गंभीर समस्या खड़ी हो जाती है। जिस कारण ग्रामीणों ने विभाग से सड़क बनवाने की मांग की है। कसार कस्बे में बालकों को स्कूल भेजते है तो सड़क खराब होने के कारण उनका भी दुर्घटना होने का भय रहता है। जिस कारण आधे समय बच्चे भी स्कूल नही जाते।
इनका कहना है
इस समस्या को लेकर हमने कई बार चुनाव के समय आने वाले जनप्रतिनिधियों से भी शिकायत की है लेकिन चुनाव न होने तक तो आश्वासन देते रहते है और चुनाव जीत जानें के बाद हम लोगों को भूल जाते है और समस्या का समाधान भी नहीं करवाते।
- गोविंद मेघवाल, ग्रामीण।
गांव से रोजाना संैकडों लोग मजदूरी करने कसार कस्बे की और जाते है लेकिन सड़क पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो जाने के करण 10 मिनट के रास्ते में हमे पहुचने में करीब एक घंटा लग जाता है।
- गोलू मेघवाल, ग्रामीण।
गांव में आने वाली सड़क पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो जानें के कारण रात को दुर्घटना के समय इमरजेंसी सेवा भी समय पर गांव में नही पहुंच पाती। जिस कारण हमारे सामने गंभीर समस्या खड़ी हो जाती है।
- दिलीप मेघवाल, ग्रामवासी।
मैनें उच्च अधिकारियों से बात की है। सड़क का बजट रखा हुआ है और दस से पंद्रह दिन के अंदर डामर रोड निर्माण रोड कार्य शुरू हो जाएगा।
- नमोनारायण राय, एक्सईएन, पीडब्ल्यूडी विभाग, डिवीजन कोटा।
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