असर खबर का - नीदरलैंड, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड व ब्राजील में सीखेंगे हाइटेक खेती
पिछले एक साल से विदेश जाने का कर रहे थे इंतजार
किसानों के विदेश भ्रमण व प्रशिक्षण को सरकार ने दी हरी झंडी।
कोटा। हाड़ौती सहित प्रदेश के 100 किसान नॉलेज एनहांसमेंट प्रोग्राम के तहत विदेशों में खेती के गुर सीखेंगे। नवंबर से भ्रमण शुरू होगा। सात दिवसीय भ्रमण के लिए प्रदेश के दस कृषि संभागों से दस-दस किसानों का चयन किया गया। भ्रमण के दौरान किसान कम भूमि और कम पानी में पॉलीहाउस व ऑफ सीजन में बेहतर खेती व पशुपालन करने के तरीके सीखेंगे। सरकार ने नॉलेज इनहांसमेंट प्रोग्राम के तहत प्रदेश के 100 किसानों के विदेश भ्रमण और प्रशिक्षण की स्वीकृति दे दी है। प्रोग्राम के तहत एफपीओ के किसान नीदरलैंड, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और ब्राजील का भ्रमण करेंगे। इस एक्सपोजर विजिट में किसान नवीनतम तकनीकों एवं नवाचार के बारे में जानकारी लेंगे। चयनित किसानों को नवंबर 2025 से मार्च 2026 के बीच अलग-अलग बैच में कराया जाएगा।
- अलग-अलग बैच में कराएंगे भ्रमण
- नवीनतम तकनीकों के बारे में लेंगे जानकारी
- 7 दिन का रहेगा नॉलेज एनहांसमेंट प्रोग्राम
हाड़ौती के 10 किसानों का किया चयन
उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों के अनुसार प्रोग्राम के तहत किसान विदेशों में जाकर उन्नत कृषि तकनीकों और वैश्विक नवाचारों के बारे में जानकारी हासिल कर उसका लाभ अपनी खेती में कर सकें। इस प्रोगाम के अंतर्गत किसान न केवल तकनीकी दृष्टि से समृद्ध होंगे, बल्कि वे यह भी जान सकेंगे कि कैसे सीमित संसाधनों का अधिकतम उपयोग कर बेहतर उत्पादन लिया जा सकता है। विदेश की कृषि सहकारी समितियों की कार्यशैली और संगठनात्मक ढांचे का अध्ययन करके राज्य के एफपीओ (फार्मर्स प्रोड्यूसर ऑगेर्नाइजेशन) भी अपने स्तर पर मजबूती हासिल कर सकेंगे। उद्यान आयुक्तालय के निर्देशों के बाद कोटा संभाग से दस किसानों का भ्रमण के लिए चयन किया जा चुका है।गौरतलब है कि इससे पूर्व राजस्थान के किसानों का दल इजराइल में तकनीकी प्रशिक्षण हासिल करने गया था।
पिछले साल मांगे थे आवेदन
जानकारी के अनुसार किसानों को विदेशों में भेजने की घोषणा राजस्थान सरकार ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के बजट में की थी। इस सम्बंध में किसानों से दस सितम्बर तक आवेदन मांगे गए थे। विदेशों यात्रा को देखते हुए कोटा संभाग से काफी संख्या में किसानों ने आवेदन किए थे। प्रत्येक संभाग स्तर पर विभिन्न मापदंडों के आधार पर चयनित होने वाले किसानों में एसटी, एससी, महिला कृषक के साथ-साथ बीस प्रतिशत पशुपालकों को शामिल किया गया। पूरे प्रदेश में कुल अस्सी किसानों व बीस पशुपालकों का चयन किया गया है। इस योजना के तहत प्रथम चरण में कुल सौ किसान विदेश जाएंगे। वहां नई तकनीक सीखकर राजस्थान में अन्य किसानों को सिखाएंगे व खुद भी उसका उपयोग करेंगे।
नवज्योति ने प्रमुखता से उठाया था मामला
एक साल पहले आवेदन करने के बाद भी विदेश भ्र्रमण की अनुमति नहीं मिलने के सम्बंध में दैनिक नवज्योति में 10 जुलाई के अंक में प्रमुखता से समाचार प्रकाशित किया गया था। इसमें बताया था कि नीदरलैंड जाकर आधुनिक खेती तकनीक सीखने के लिए कोटा संभाग सहित प्रदेश के 100 प्रगतिशील व युवा किसानों को पिछले दस माह से अपनी उड़ान का इंतजार है। विदेश यात्रा के लिए किसानों के चयन सहित अन्य प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, लेकिन अभी तक उनकी उड़ान को सरकार की हरी झंडी नहीं मिली है। चयनित किसान विदेश जाकर उन्नत कृषि तकनीक से रूबरू होने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। राज्य सरकार ने नॉलेज एनहांसमेंट प्रोग्राम के तहत प्रदेश के प्रगतिशील और युवाओं को विदेशों की उन्नत कृषि तकनीक के गुर सिखाने का निर्णय किया था, ताकि वहां की हाईटेक कृषि तकनीक का यहां की धरा पर भी उपयोग हो सके।
हाड़ौती सहित प्रदेश के 100 किसान नॉलेज एनहांसमेंट प्रोग्राम के तहत विदेशों में खेती के गुर सीखेंगे। नवंबर से भ्रमण शुरू होगा। सात दिवसीय भ्रमण के लिए प्रदेश के दस कृषि संभागों से दस-दस किसानों का चयन किया गया। सरकार ने अब किसानों के विदेश भ्रमण और प्रशिक्षण की स्वीकृति दे दी है।
- आर.के. जैन, संयुक्त निदेशक, उद्यान विभाग, कोटा

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