गौशाला की गाएं भी अब सुन रही भजन
सकारात्मक ऊर्जा का हो रहा संचार, निगम की बंधा धर्मपुरा गौशाला में पहली बार लगाया म्यूजिक सिस्टम
पूरे गौशाला परिसर में म्यूजिक सिस्टम व साउंड के लिए हॉर्न लगाए गए हैं। बाड़ा बड़ा होने पर वहां दो-दो हॉर्न व बाड़ा छोटा होने पर एक-एक हॉर्न लगाए गए हैं। जिससे वहां पूरे समय भजन चलते हैं। उन भजनों से गौशाला में धार्मिक माहौल बना रहता है।
कोटा । नगर निगम की बंधा धर्मपुरा स्थित गौशाला में पहली बार म्यूजिक सिस्टम लगाया गया है। जिससे गायों को भजन सुनाकर उनमें सकारात्मक ऊर्जा का संचार किया जा रहा है। निगम की बंधा धर्मपुरा स्थित गौशाला में भी प्राइवेट गौशालाओं की तर्ज पर सुधार किया जा रहा है। यहां बीमार व स्वस्थ गायों के लिए अलग-अलग बाड़े बनाए जा रहे हैं। जिससे वे आपस में न तो लड़ सकें और उनकी देख भाल भी सही ढंग से हो सके। नगर निगम कोटा दक्षिण में गौशाला समिति बनने के बाद अध्यक्ष जितेन्द्र सिंह ने नियमित रूप से रोजाना गौशाला में जाना शुरू किया। वहां जो भी कमियां भी उनके बारे में महापौर व आयुक्त को बताया। जिससे वहां धीरे-धीरे सुधार किए जा रहे हैं। उसी कड़ी में गौशाला में बंद गायों को बेहतर माहौल देने के लिए वहां म्यूजिक सिस्टम लगाने पर विचार किया गया। समिति के अध्यक्ष जितेन्द्र सिंह ने बताया कि गौशाला में अधिकतर लावारिस हालत में बीमार गाय आ रही हैं। गौशाला में निर्धारित से अधिक गाय होने से वहां उन्हें रखने व घूमने फिरने तक की जगह भी नहीं मिल पा रही है। जिससे एक बैरा बैठक लेने के बादगाय उठ नहीं पाती हैं। ऐसे में उन बीमार व लावारिस गायों में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करने के लिए गौशाला में म्यूजिक सिस्टम लगाने का प्रस्ताव रखा।
महापौर व आयुक्त ने उस प्रस्ताव को स्वीकार करते हुए एक सराहनीय कदम उठाया। जिससे पूरे गौशाला परिसर में म्यूजिक सिस्टम व साउंड के लिए हॉर्न लगाए गए हैं। बाड़ा बड़ा होने पर वहां दो-दो हॉर्न व बाड़ा छोटा होने पर एक-एक हॉर्न लगाए गए हैं। जिससे वहां पूरे समय भजन चलते हैं। उन भजनों से गौशाला में धार्मिक माहौल बना रहता है। गौशाला में काम करने वाले कर्मचारियों व स्टाफ के साथ ही गायों में भी सकारात्मक ऊर्जा का संचार हो रहा है। महापौर राजीव अग्रवाल ने बताया कि गौशाला समिति के अध्यक्ष जितेन्द्र सिंह ने गौशाला में म्यूजिक सिस्टम लगाकर गायों को भजन सुनाने का सुझाव दिया था। प्रयास अच्छा होने पर उसे मूृर्त रूप दिया गया है। इसकी शुरुआत की है। जिससे गौशाला के स्टाफ के साथ ही गायों को भी सकारात्मक ऊर्जा मिल सकेगी। कम आवाज में भजन चलने से किसी को परेशानी भी नहीं होती और गायों को भी अच्छा लग रहा है। वैसे तो सभी बाड़ों में म्यूजिक सिस्टम लगा दिए हैं। जरूरत पड़न पर उनकी संख्या बढ़ाई जा सकती है। महापौर ने बताया कि गौशाला की व्यवस्थाओ में सुधार के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।

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