कोटा उत्तर वार्ड 38- मंदिर परिसर को लोगों ने बनाया पार्किंग स्थल, डिवाइडर ऊंचे होने से राहगीरों को हो रही परेशानी
सुविधा कॉम्पलैक्स में नहीं पानी, सड़कों के किनारे फैला कचरा
नालियों में पानी की निकासी की व्यवस्था पूरी तरह अव्यवस्थित है जिससे बरसात मे सड़कों पर पानी भरता है।
कोटा। शहर निगम उत्तर क्षेत्र के वार्ड 38 में मूलभूत सुविधाओं का अभाव लोगों के लिए सिरदर्द बना हुआ है। सड़क, सफाई, पार्क और सामुदायिक भवन जैसी बुनियादी जरूरतें अब भी अधूरी हैं। वार्ड के रहवासी कई वर्षों से इन समस्याओं के समाधान की मांग कर रहे हैं, लेकिन हालात में सुधार नहीं हो सका है। हालात यह हैं कि वार्ड का प्रमुख धार्मिक स्थल भी अब पार्किंग स्थल में तब्दील होता जा रहा है। वार्ड में सुविधा कॉम्प्लेक्स में नल भी लगे हुए नहीं है। वार्ड में बने मंदिर पसिर में लोगों ने पार्किंग स्थल बना दिया है जिसके कारण यहां आने वाले श्रद्धालु काफी परेशान हो रहे है।
मंदिर परिसर में खड़े रहते वाहन से श्रद्धालु परेशान
वार्ड के प्रमुख श्रीराम मंदिर, हनुमान और गायत्री देवी मंदिर बने हुए हैं। श्रद्धालुओं का कहना है कि मंदिर में प्रवेश करते ही वाहनों की कतार नजर आती है। मंदिर के भीतर तक गाड़ियां खड़ी कर दी जाती हैं, जिससे श्रद्धालुओं को न केवल असुविधा होती है बल्कि मंदिर परिसर की पवित्रता भी प्रभावित हो रही है। श्रद्धालु बताते हैं कि शहर के अन्य इलाकों में पार्किंग की व्यवस्था मंदिरों के बाहर होती है, लेकिन यहां निगम की अनदेखी के कारण पूरा परिसर ही पार्किंग स्थल बन गया है। इससे श्रद्धालुओं के आने-जाने में कठिनाई होती है और परिसर की स्वच्छता भी बिगड़ रही है।
वार्ड का एरिया
हरिजन बस्ती, खटीको का मोहल्ला, राधाकृष्ण मन्दिर, बैरवा मोहल्ला, आमेरा भवन के आस पास का ऐरिया, आदिनाथ नमकीन, बाबा रामदेव मन्दिर का क्षेत्र शामिल है।
ऊंचे डिवाइडर बने मुसीबत
इंदिरा गांधी नगर में नालियों की निकासी की व्यवस्था पूरी तरह अव्यवस्थित है। बरसात के दौरान सड़कों पर पानी भर जाता है, जिससे पैदल चलना मुश्किल हो जाता है। कई बार जलभराव के कारण लोग घरों से बाहर नहीं निकल पाते। उन्होंने बताया कि कॉलोनियों के बीच बने डिवाइडर इतने ऊंचे हैं कि बुजुर्गों और दोपहिया चालकों को आने-जाने में कठिनाई होती है। इस कारण दुर्घटनाओं की संभावना भी बनी रहती है।
- कैलाशी देवी, रहवासी
बच्चों के खेलने की जगह नहीं
इलाके में बच्चों के खेलने के लिए कोई पार्क नहीं है और न ही सामाजिक कार्यक्रमों के लिए कोई सामुदायिक भवन है। स्थानीय लोगों को किसी भी सामुदायिक आयोजन के लिए दूसरे वार्डों पर निर्भर रहना पड़ता है। नालियों की सफाई महीनों से नहीं हुई है। कई जगहों पर नालियों पर ढकान होने से सफाई कार्य मुश्किल हो गया है। कुछ लोगों ने नालों के ऊपर अस्थायी निर्माण कर रखे हैं, जिससे बरसात के समय पानी की निकासी पूरी तरह बाधित हो जाती है। यह स्थिति न केवल अस्वच्छता को बढ़ाती है, बल्कि मच्छरों के पनपने और बीमारियों के फैलने का भी खतरा पैदा करती है।
- मोहम्मद सलीम, रहवासी
सड़कों पर फैला कचरा
वार्ड के कई हिस्सों में सफाई व्यवस्था पूरी तरह चरमरा चुकी है। नालियों में गंदगी और कचरा भरा पड़ा है। ढकान लगे होने से सफाईकर्मी नियमित सफाई नहीं कर पा रहे। स्थानीय निवासी कांतिबाई ने बताया कि निगम की अनदेखी से वार्ड में लोगों ने सड़कों को ही कचरा प्वाइंट बना रखा है।
- कांति बाई, वार्डवासी
वार्ड में स्थित कॉम्प्लेक्स के बारे में कई बार अधिकारियों को शिकायत दि है। मगर अभि तक कोई जवाब नहीं आया। वार्ड में सफाई रोजाना होती है,
- महेन्द्र वर्मा, पार्षद

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