कोटा उत्तर वार्ड 9 - निगम की अनदेखी, नहीं हो रहे विकास कार्य
मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं रहवासी
राजनीतिक भेदभाव का खामियाजा भुगत रहे वार्डवासी।
कोटा। उत्तर नगर निगम का वार्ड संख्या 9 शहर के विकसित और प्रमुख इलाकों में गिना जाता है, लेकिन निगम प्रशासन की अनदेखी के कारण यहां के हालात दिन-ब-दिन बिगड़ते जा रहे हैं। मूलभूत सुविधाओं के अभाव से वार्डवासी रोजाना परेशान हैं, पर जिम्मेदार अधिकारी और पार्षद केवल आश्वासन देकर पल्ला झाड़ लेते हैं। निगम प्रशासन ने अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। वार्ड 9 की समस्याएं नई नहीं हैं। पिछले कई महीनों से नालों, सफाई, सुरक्षा और पार्क की दुर्दशा पर शिकायतें उठाई जा रही हैं।
वार्ड का एरिया
प्रगति स्कूल, प्रगति नगर, रेल्वे सोसायटी, 80 बीघा प्लॉट, आर के नगर, जय हिन्द नगर, पुलिस लाईन, शिव नगर, गायत्री विहार प्रथम एवं द्वितीय, ए एस पी कार्यालय का क्षेत्र शामिल है।
सुरक्षा के इंतजाम नदारद
वार्ड में चोरी की घटनाएं लगातार हो रही हैं। रात के समय स्ट्रीट लाइटों की कमी और सुरक्षा इंतजामों के अभाव में असामाजिक तत्व सक्रिय रहते हैं। स्थानीय लोगों ने कई बार शिकायतें दर्ज कराई, लेकिन स्थिति जस की तस है।
आर.के. नगर का पार्क बदहाल
आर.के. नगर स्थित पार्क, जो बच्चों और बुजुर्गों के लिए मनोरंजन का एकमात्र साधन है, आज बदहाल स्थिति में है। पार्क में झूले टूटे पड़े हैं, जगह- जगह झाड़ियां उग आई हैं। वहीं चारदीवारी की हालत भी खराब है। नगर निगम की ओर से पार्क की देखरेख के लिए न तो माली लगाया गया है और न ही कोई सफाईकर्मी है।
नालों के खुले ढक्कन और चोरी बने खतरा
वार्ड में सबसे बड़ी समस्या खुले पड़े नालों की है। कई जगह नालों के चेम्बर चोरी हो चुके हैं, जिससे आए दिन हादसों का खतरा बना रहता है। बच्चों और बुजुर्गों के लिए ये खुले गड्ढे जानलेवा साबित हो रहे हैं, लेकिन निगम की ओर से अब तक उनकी मरम्मत या ढक्कन लगाने का काम हुआ है।
- प्रिती गोयल, वार्डवासी
सफाई व्यवस्था ध्वस्त
वार्ड 9 की सफाई व्यवस्था नाममात्र की रह गई है। कई मोहल्लों में नियमित कचरा उठाव नहीं हो रहा। शिव नगर क्षेत्र में नालियां गंदगी से अटी पड़ी हैं। इससे बदबू और मच्छरों का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है। बरसात के मौसम में हालात और बिगड़ गए हैं, लेकिन सफाईकर्मी समय पर नहीं पहुंचते।
- अब्दुल करीम सबबाग, वार्डवासी
कॉलोनियों में कुत्तों का आतंक
वार्ड 9 में आवारा कुत्तों का आतंक लगातार बढ़ रहा है। रात के समय इन कुत्तों के झुंड गलियों में घूमते रहते हैं। कई बार लोगों को काटने की घटनाएं भी सामने आई हैं। स्कूल जाने वाले बच्चों और सुबह-शाम टहलने निकलने वाले लोग भय का माहौल बना रहता हैं। वार्डवासियों में नाराजगी लगातार बढ़ती जा रही है। उनका कहना है कि शहर के बीच बसे इस वार्ड की ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा।
- आकिब मिर्घा, वार्डवासी
इनका कहना है
वार्ड में कई विकास कार्य करवाए गए हैं, लेकिन सरकार बदलने के बाद निगम अधिकारियों के भेदभाव का सामना करना पड़ रहा है। इसका सीधा असर आम वार्डवासियों पर पड़ रहा है।
- शीतल प्रकाश मीणा, पार्षद

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