अब मुकुंदरा व रामगढ़ टाइगर रिजर्व के कोर में सफारी की तैयारी!
कोटा सीसीएफ ने टाइगर कंजरवेशन प्लान सीडब्ल्यूएलडब्ल्यू को भेजा
अप्रूवल मिलने पर कोर के 20% प्रतिशत हिस्से में शुरू होगा पर्यटन।
कोटा। मुकुंदरा हिल्स व रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व के कोर एरिया में अब सफारी शुरू किए जाने की तैयारी है। संभागीय मुख्य वनसंरक्षक एवं क्षेत्र निदेशक द्वारा टाइगर कंजरर्वेशन प्लान तैयार कर प्रधान मुख्य वनसंरक्षक एवं मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक-जयपुर को भेजा गया है। अब यह टाइगर कंजरर्वेशन प्लान मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक द्वारा एनटीसीए को भेजे जाएंगे। जहां से अप्रूवल मिलते ही मुकुंदरा व रामगढ़ टाइगर रिजर्व के कोर एरिया में सफारी शुरू की जाएगी। दरअसल, हाड़ौती के दोनों टाइगर रिजर्व में अब तक बफर एरिया में ही सफारी की जा रही है। एनटीसीए से मंजूरी मिलते ही कोर एरिया के सीमित क्षेत्र करीब 20% हिस्से में पर्यटन शुरू किया जा सकेगा। यह प्रयास ट्यूरिज्म को बढ़ावा देने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।
यह है मुकुंदरा का कोर एरिया
जानकारी के अनुसार मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व के कोर एरिया में भैंसरोडगढ़, जवाहर सागर, दरा अभयारणय, गागरोन व कोलीपुरा का जंगल का जंगल शामिल है। इनके सीमित क्षेत्र में एनटीसीए की मंजूरी के बाद सफारी शुरू की जाएगी।
अब एनटीसीए को भेजे टाइगर कंजरवेशन प्लान
सीसीएफ आरके खैरवा ने बताया कि मुकुंदरा हिल्स व रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व के कोर एरिया में सफारी शुरू किए जाने के प्रयास कर रहे हैं। इसके लिए टाइगर कंजरर्वेशन प्लान तैयार किया गया है, जिसे गत अक्टूबर माह में प्रधान मुख्य वनसंरक्षक एवं मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक को भेजा है। जहां से एनटीसीए को भेजा जा रहा है। वहां से स्वीकृति मिलने के बाद दोनों टाइगर रिजर्व के सीमित कोर एरिया में पर्यटन शुरू किया जा सकेगा।
मुकुंदरा के बफर जोन में यह 4 रूट स्वीकृत
मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व के बफर जोन में ईको-टूरिज्म का संचालन करने के लिए वन विभाग ने 4 रूट स्वीकृत किए हैं। इनमें से एक रुट्स दरा सेंचुरी में सफारी गत वर्ष से ही संचालित की जा रही है। जबकि, तीन अन्य रुट्स पर अभी सफारी शुरू नहीं हो पाई है। इन 4 रुट्स में पहला-बोराबांस रेंज में बंधा-बग्गी रोड, अखावा-बलिंडा-बंधा, दूसरा रूट कोलीपुरा रेंज में नागनी चौकी पोस्ट, कालाकोट-दीपपुरा घाटा-कान्या तालाब-नागनी चौकी पोस्ट, तीसरा रूट मंदरगढ़ में बेरियर-मंदरगढ़, तालाब-केशोपुरा-रोझा तालाब होते हुए मंदरगढ़ बेरियर और चौथा रूट दरा रेंज में मौरूकलां-बंजर-रेतिया तलाई-पटपडिया-सावनभादौ एरिया शामिल है। इन क्षेत्र में पर्यटक जंगल सफारी का लुत्फ ले सकेंगे।
कंजरवेशन प्लान में यह किए शामिल
टाइगर कंजरर्वेशन प्लान में मुकुंदरा व रामगढ़ टाइगर रिजर्व के बफर व कोर एरिया निर्धारित किया है। जिसमें हैबीटॉट डवलेपमेंट, वाइल्ड लाइफ प्रोटेक्शन, कंजरर्वेशन इम्प्रूमेंट, सफारी रुट्स, ईको टेल व रिसर्च सहित तमाम बिंदूओं को शामिल किया गया है। मुकुंदरा के कोर एरिया में दरा अभयारणय, जवाहर सागर सेंचुरी, गागरोन, बोराबांस व राउंठा रेंज के क्षेत्र हैं। एनटीसीए की मंजूरी के बाद यहां सफारी रुट्स तय किए जाएंगे।
इनका कहना है
हमने टाइगर कंजरर्वेशन प्लान का प्रपोजल बनाकर प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक को भेज चुके हैं। जहां से कुछ क्योरी आई थी, वह भी दुरुस्त करवाकर भिजवा दी गई है। अब उनके स्तर से यह प्रपोजल एनटीसीए को भिजवाया जाएगा। जहां से अप्रूवल मिलने के बाद पर्यटन शुरू किया जा सकेगा। यह प्रयास ट्यूरिज्म विकास में मील का पत्थर साबित होगा।
- रामकरण खैरवा, संभागीय मुख्य वनसंरक्षक एवं क्षेत्र निदेशक वन विभाग
मुकुंदरा के बफर व कोर एरिया में सफारी शुरू किए जाने के प्रस्ताव भेजे गए हैं। जिसमें जवाहर सागर, गागरोन, दोलतगंज, मंदरगढ़, राउंठा महल, दरा, भैंसरोडगढ़ सहित अन्य रुट्स शामिल हैं। एनटीसीए से मंजूरी मिलने के बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी।
- मुथु एस, डीएफओ मुकुंदरा टाइगर रिजर्व
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