बारिश ने रोकी कनकटी की खुले जंगल में एंट्री, पानी के तेज बहाव से टूटी फेंसिंग
बारिश के बाद हो सकेगी बाघिन एमटी-8 की हाई रिलीज
पानी के तेज बहाव से 82 स्क्वायर किमी के एनक्लोजर की जगह-जगह से टूटी दीवार
कोटा। रणथम्भौर से मुकुंदरा शिफ्ट की गई बाघिन कनकटी की 8 हजार 200 हैक्टेयर के खुले जंगल में एंट्री पर बारिश ने ब्रेक लगा दिए। जबकि, बाघिन को सॉफ्ट एनक्लोजर में रखे हुए करीब एक माह से ज्यादा समय बीत चुका है। हालांकि, उसे हार्ड रिलीज की तैयारी भी थी लेकिन हाड़ौती में हो रही भारी बारिश के चलते पानी के तेज बहाव से 82 स्क्वायर किमी के एनक्लोजर की चार दीवारी जगह-जगह से क्षतिग्रस्त हो गई। दीवारों की मरम्मत होने के बाद ही उसे 21 हैक्टेयर से हार्ड रिलीज किया सकेगा।
पानी के तेज बहाव से टूटी फेंसिंग
संभागीय मुख्य वन संरक्षक एवं क्षेत्र निदेशक सुगनाराम जाट ने बताया कि पानी के तेज बहाव से 82 स्क्वायर किमी की दीवारें जगह-जगह से टूट गई है। जिसकी मरम्मत करवाई जा रही है। लेकिन, बारिश के कारण कार्य पूरा होने में समय लग रहा है। वहीं, एनक्लोजर के पास से ऐरु नदी व नाले गुजर रहे हैं। जिनमें पानी के तेज बहाव से 15 किमी के दायरे में बनी चेनलिंग फेंसिंग क्षतिग्रस्त हो गई। उसकी मरम्मत के बाद ही बाघिन को हार्ड रिलीज किया जाएगा।
बाघिन एमटी-7 ने किए 50 शिकार
अभेड़ा बायोलॉजिकल पार्क से लाई गई बाघिन एमटी-7 दरा में पांच हैक्टेयर एनक्लोजर में है। रिवाइल्डिंग के दौरान वह अब तक करीब 50 शिकार कर चुकी है। वर्तमान में उसकी उम्र ढाई साल हो चुकी है। ऐसे में उसे भी खुले जंगल में शिफ्ट किया जाना है। लेकिन, इससे पहले एनटीसीए से विशेषज्ञों की टीम अगस्त तक मुकुंदरा आएगी, जो बाघिन का शेड्यूल, व्यवहार, शिकार की संख्या सहित अन्य जरूरी मापदंड का निरीक्षण किया जाएगा। इसके बाद ही टाइग्रेस एमटी-7 के हार्ड रिलीज पर फैसला हो सकेगा।
कोलीपुरा व दामोदरपुरा गांव का चल रहा सर्वे
मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व में बसे गांवों का सर्वे किया जा रहा है। वर्तमान में कोलीपुरा व दामोदरपुरा गांव का सर्वे किया जा रहा है। यहां के बाशिंदों की संख्या, परिवार के सदस्य, जमीन, पशु सहित खेत-खलियान का आकलन किया जा रहा है। इसके बाद ग्रामीणों से विस्थापन के आवेदन लिए जाएंगे। चूंकी, रिलोकेशन प्रक्रिया स्वैछिक है, ऐसे में जिनकी स्वीकृति मिलेगी, उन्हें नियमानुसार पैकेज देकर विस्थापित किया जाएगा।
महाराष्टÑ-मध्यप्रदेश से बाघिन, रणथम्भौर से बाघ
महाराष्टÑ और मध्यप्रदेश से दो बाघिन लाई जानी है। वहीं, रणथम्भौर से एक बाघ लाने की एनटीसीए से परमिशन मिल चुकी है। जिनकी शिफ्टिंग भी बारिश के बाद की जाएगी। इनके आने के बाद मुकुंदरा में दो बाघ और पांच बाघिन हो जाएगी।
दीवार मरम्मत के लिए मिला 20 लाख का बजट
उन्होंने बताया कि 82 स्क्वायर किमी के एनक्लोजर में 35 किमी की दीवार पक्की है और 15 किमी में चेनलिंग फेंसिंग हो रही है। जिनकी मरम्मत के लिए 50 लाख का बजट मांगा था लेकिन 20 लाख का बजट स्वीकृत हुआ है। बारिश के दौरान मरम्मत कार्य प्रभावित हो रहा है। हालांकि, बीच-बीच में मरम्मत करवाई जा रही है। वहीं, बाघिन एमटी-5 की 24 घंटे मॉनिटरिंग की जा रही है।
बारिश के दौरान पानी के तेज बहाव से 82 स्क्वायर किमी के एनक्लोजर की दीवार जगह-जगह से क्षतिग्रस्त हो गई है। जिसकी मरम्मत कार्य चल रहा है, जो पूरा होने के बाद ही बाघिन एमटी-8 (कनकटी) को हार्ड रिलीज किया जाएगा। वहीं, महाराष्टÑ व मध्यप्रदेश से दो बाघिन और रणथम्भौर से एक बाघ लाया जाना है। जिसकी एनटीसीए से परमिशन मिल चुकी है। संभव: बारिश के बाद शिफ्टिंग होने की उम्मीद है।
-सुगनाराम जाट, संभागीय मुख्य वन संरक्षक एवं क्षेत्र निदेशक मुकुंदरा

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