चोरों व नशेड़ियों के हौंसले बुलंद, पैनल बॉक्स किए खोखले
कहीं ढक्कन तो कहीं पीतल चोरी, कई जगह से तो पूरे बॉक्स ही गायब
शहर में अधिकतर पैनल बॉक्स अधूरे ही मिलेंगे।
कोटा। शहर में चोरों व नशा करने वालों के हौंसले इतने अधिक बुलंद हैं कि उन्होंने मुख्य मार्गों पर लगे बिजली के पैनल बॉक्स तक खोखले कर दिए हैं। कहीं उनके ढक्कन चोरी कर ले गए तो कहीं पीतल। यहां तक कि कई जगह से तो पूरे बॉक्स ही खोलकर ले गए। चोर व नशा करने वालों के लिए एक 50 रुपए की पुड़िया का इंतजाम ही बड़ा काम है। इसके लिए उन्हें जो भी चीज नजर आती है वे उसे ही उठाकर व चोरी कर ले जाते हैं और सस्ते में बेचकर नशे का इंतजाम कर रहे हैं। इसके लिए फिर चाहे घरों से नल की टोटी चोरी करने पड़े या साइकिल। यहां तक कि अब तो बिजली के पैनल बॉक्स तक से चोरी होने लगी है। शहर में जगह-जगह पर रोड लाइटों के लिए पैनल बॉक्स लगाए गए हैं। ट्रांसफामँर से खम्बों तक बिजली पहुंचाने के लिए अंडरग्राउंड केबल कनेक् शन जोड़ने का काम पैनल बॉक्स करते हैं। शहर में सभी जगहों पर इस तरह से पैनल बॉक्स जरा-जरा सी दूरी पर लगे हुए हैं। लेकिन अधिकतर बॉक्स की हालत ऐसी हो गई है कि कोई भी पूरा नजर नहीं आएगा। किशोर सागर तालाब की पाल हो या सरोवर टॉकीज के सामने, गुमानपुरा का मेन बाजार हो या नयापुरा का क्षेत्र। हर जगह पर लगे पैनल बॉक्स अधूरे ही मिलेंगे। किशोर सागर तालाब के चारों तरफ लगे पैनल बॉक्स में से अधिकतर के तो ढक्कन चोरी हो गए हैं। किसी के अंदर से पीतल चोरी हो गया है। यहां तक कि न्यू क्लॉथ मार्केट व सरोवर टॉकीज के सामने तालाब के किनारे से तो पूरे पैनल बॉक्स ही गायब हो चुके हैं। गुमानपुरा में इंदिरा गांधी तिराहे से प्रतिमा स्थल तक नई रोड लाइटें लगाई गई थी। उनके बॉक्स दुकानों के आगे जमीन से कुछ ही ऊपर लगाए गए हैं। भीड़भाड़ भरा मेन बाजार होने के बाद भी वहां से उन पैनल बॉक्स को गंजा कर दिया गया है।
हादसे व करंट का खतरा
पैनल बॉक्स में बिजली का करंट रहता है। इस कारण से उसे ढककर व कवर करके रखा जाता है। लेकिन चोरों व नशा करने वालों ने उन तक को नहीं छोड़ा। खतरनाक पैनल बॉक्स से चोरी करते समय कई चोर व नशेशी भी करंट की चपेट में आ चुके हैं। वहीं उधर से गुजरने वालों के लिए भी वे बॉक्स हादसे व खतरे का कारण बन रहे हैं।
जनता कहिन
गुमानपुरा निवासी संजय शर्मा ने बताया कि सड़क किनारे दुकानों के सामने लगे अधिकतर पैनल बॉक्स के ढक्कन चोरी हो गए हैं। जिससे वहां दुकानदकार व ग्राहकों के वाहन खड़े होने व लोगों’ के आने-जाने का सिलसिला दिनभर चलता है। ऐसे में बरसात के समय तो करंट का खतरा बना हुआ ही था। सामान्य दिनों में भी यह खतरनाक ही है। इन्हें ढकना जरूरी है वरना कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। सिंधी कॉलोनी निवासी रमेश मंगनानी का कहना है कि चोरों व नशा करने वालों पर पुलिस को कड़ी नजर रखनी होगी। नशा करने वालों के लिए तो चोरी करना आसान है लेकिन उसका नुकसान आमजन को भुगतना पड़ रहा है। बिजली के बॉक्स में करंट होने से यह अधिक खतरनाक है। कई बार खुले पैनल बॉक्स की चपेट में आने से लोगों व विशेष रूप से बच्चों की मौत तक हो चुकी है। इन्हें समय रहते ढकना और चोरों पर निगाह रखना आवश्यक है।
अफसर कहिन
बिजली कम्पनी के अधिकारियों का कहना है कि रोड लाइट के पैनल बॉक्स नगर निगम व नगर विकास न्यास के अधीन आते हैंÞ। चोर तो बड़े ट्रांसफार्मर से पीतल चोरी कर ले जाते हैं। बाजार ें वह मात्र 10 रुपए में बिकता है लेकिन उससे करीब एक लाख रुपए का डीजल बह जाता है। ऐसा करते समय कई चोर करंट की चपेट में भी आ चुके हैं। वहीं नगर निगम के एक्सईएन सचिन यादव का कहना है कि बिजली के बैनल बॉक्स जगह-जगह पर लगे होते हैं। वैसेी तो उनके ढक्कन मजबूती से लगाए जाते हैं लेकिन चोरों के आगे वे सब बेकार है। हर जगह पर निगरानी रखना भी संभव नहीं है। फिर भी जहां ढक्कन गायब हैंÞ या चोरी हो गए हैं उन्हें दिखवाकर सही करवाने का प्रयास करेंगे।
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