लड़कियों को आत्मविश्वास देती हैं कोटा की ये बुलेट रानियां

लड़कों से भी ज्यादा बाइक चलाने में निपुण हैं यह युवतियां

लड़कियों को आत्मविश्वास देती हैं कोटा की ये बुलेट रानियां

शहर में भी कई युवतियां और महिलाएं बेफिक्री से बुलेट चलाती हैं और नवज्योति ने उन्हीं में से कुछ महिलाओं और युवतियों से बात की।

कोटा। आज के दौर में महिलाएं हर क्षेत्र में अपना लौहा मनवा रहीं हैं।  शिक्षा से लेकर सेना तक में महिलाएं हर कार्य को बड़ी आसानी से कर रही हैं। इसी क्रम में महिलाएं बाइक को भी पुरूषों की तरह बड़ी आसानी से चला रही है। बुलेट चलाने से जहां इन युवतियों का आत्म विश्वास छलकता है। यह युवतियां इस कार्य से अन्य लड़कियों को भी कॉन्फििडेंस देती हैं। इन्हें सड़कों पर निर्विघन बुलेट चलाते देख उन्हें भी इससे प्रेरणा मिलती है। स्प्लेण्डर हो या बुलेट कोई भी बाइक इन  युवतियोंं के हाथों में आते ही बिल्कुल साइकिल जैसी हो जाती हैं। इनकों चलाते वक्त ये जरा भी ना डरती हैं ना हिचकिचाती हैं। शहर में भी कई युवतियां और महिलाएं बेफिक्री से बुलेट चलाती हैं और नवज्योति ने उन्हीं में से कुछ महिलाओं और युवतियों से बात की।

बॉक्सिंग के साथ बाइक भी
कोटा का राष्टÑीय और अंतरराष्टÑीय स्तर पर नाम रोशन करने वाली कोटा निवासी बॉक्सर अरुणधती चौधरी बॉक्सिंग की रिंग में पंच और अपनी योग्यता प्रदर्शन करने के साथ रोड पर बाइक भी बड़ी निपुणता के साथ चलाती हैं। अरुणधती कोटा की महिलाओं और बालिकाओं के लिए एक प्रेरणा हैं। अरुणधती कहती हैं की उन्हें बाइक चलाने का बचपन से शौक था और उनके पापा भी इसमें उनका साथ देते हैं। बुलट गाड़ी चलाना उन्हें एक स्वाभीमानता महसूस कराता है और बॉक्सिंग करने के साथ में उनका गाड़ी चलाने के प्रति डर भी खत्म हो गया। अरुणधती चौधरी बुंदी के तालेड़ा की रहने वाली हैं और उन्हें बॉक्सिंग की प्रैक्टिस के लिए कोटा स्थित स्टेडियम में आना पड़ता था लेकिन साधन नहीं होने के कारण आने जाने में परेशानी होती थी तो उन्होंने इसके जवाब में बाइक चलाना सीखने की ठान ली और रोज बाइक से कोटा आने जाने लगी। अरुणधती चौधरी अभी सेना में हवलदार पद पर सेवारत हैं और देश की सेवा कर रही हैं।

बाइक से ही पहुंचाती हैं दूध
सड़कों पर आपने पुरूषों को दूध को पहुंचाते हुए तो देखा ही होगा। जो अपनी बाइकों पर एक चार चार चरे बांधकर बड़ी आसानी से गाड़ी चला लेते हैं। कोटा में कुछ ऐसा ही कारनामा करती हैं नयागांव निवासी मीतू गुर्जर जो हर रोज शहर के कई इलाकों में दूध की डिलेवरी करती हैं। मीतू गुर्जर पिछले कई सालों से अपनी बाईक पर दूध के चरे बांध कर दूध की सप्लाई कर रहीं हैं। मीतू बाईक पर दूध की सप्लाई के करने के साथ में बुलट गाड़ी को भी बड़ी आसानी से चला लेती हैं। मीतू का कहना है कि महिलाएं पुरूषों से कम नहीं हैं और उन्हें भी खुदको कभी कम नहीं आकना चाहिए वो जो चाहें वो कोशिश करे तो आसानी से कर सकती हैं। मीतू कहती है कि शुरूआत में उन्हें भ्ज्ञी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा परिवार के सहयोग से वो किसी की परवाह नहीं करती हैं। इसके साथ ही मीतू जूडो और कराटे भी जानती हैं जिसकी ट्रैनिंग वो छोटे बच्चों को भी देती हैं। 

स्कूटी की जगह बाइक पसंद
शहर के संजय गांधी नगर निवासी विजयलक्ष्मी स्कूटी से ज्यादा बाइक चलाना पसंद करती हैं। विजय लक्ष्मी जब से स्कूटी चलाना सीखा तब से बाइक चला रहीं हैं। उन्हें बाइक चलाते हुए करीब 8 साल हो गए हैं और वो बिना किसी झिझक के बाइक चलाती हैं। विजय लक्ष्मी वैसे तो छात्रा ही हैं लेकिन इनके बाइक चलाने के किस्से पूरे संजय नगर में प्रसिद्ध हैं। विजय लक्ष्मी कहती हैं कि उन्हें स्कुटी से ज्यादा बाइक पसंद है और बाइक चलाने में ज्यादा गर्व महसूस होता है। विजयलक्ष्मी बाइक चलाने के साथ में डांस की भी शौकीन हैं और बच्चों को भी डांस करना सिखाती हैं। इसके अलावा विजयलक्ष्मी ब्युटी पार्लर भी चलाती हैं। विजयलक्ष्मी का कहना है कि बाइक चलाना उनका शौक है और बाइक में भी बुलट चलाना उन्हें सबसे ज्यादा पसंद है क्योंकि बुलट चलाना उन्हें एक आत्मविश्वास दिलाता है कि वो किसी से कम नहीं।

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ट्रैनिंग ग्राउंड आने की परेशानी के कारण सीखी अब शौक बना
बालिता की महक शर्मा अंतरराष्टÑीय बॉक्सर हैं और कई मुकाबलों में जीत दर्ज कर चुकी हैं। महक रोज गांव से बाइक चलाकर ट्रैनिंग ग्राउंड तक बाइक चलाकर आती हैं। महक को बाइक चलाते हुए 4 साल हो गए हैं और अब बाइक चलाना उनका शौक बन गया है। महक नोर्मल बाइक तो चला ही लेती हैं,साथ में बुलट भी बड़ी आसानी से चलाती हैं। महक कई बार शहर के अंदर बुलट से ही ट्रैनिंग ग्राउण्ड पर आती हैं। महक का कहना है कि पहले मजबूरी में बाइक चलाना सीखा था लेकिन अब शौक बन चुका है, साथ ही बुलट चलाना ज्यादा पसंद है और अधिकतर समय बुलट ही चलाती हैं। बुलट चलाना एक आत्मश्विास की भावना जगाता है और कुछ नया करने को प्रेरित करता है। बाइक मेंटिनेंस भी महक खुद ही करती हैं उसे धोना, छोटी मोटी खराबी को ठीक करना मीक खुद ही करती हैं।

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