गर्मी में पानी की किल्लत से बचने को जलदाय विभाग ने कसी कमर
रोज करेगा 150 से 200 टैंकरों से 10 लाख लीटर से ज्यादा की जलापूर्ति
शहर में स्थित तीनों जल संयंत्रों से अभी 450 से 500 एमएलडी पानी की सप्लाई की जा रही है।
कोटा। शहर में हर साल गर्मियों के मौसम में पानी की किल्लत बढ़ जाती है साथ ही कई इलाकों में पानी को लेकर लोग जद्दोजहद भी करते नजर आते हैं। इस स्थिति से निपटने के लिए जलदाय विभाग ने पूरी तैयारी कर ली है। जहां विभाग द्वारा जिन इलाकों में पानी की सबसे ज्यादा परेशानी देखने को मिलती है। उन इलाकों में टैंकर के माध्यम से पानी पहुंचाने के साथ ही ट्यूबवेल और हैंडपंपों को ठीक करवाकर पानी की मांग को पूरा किया जाएगा। इस तैयारी में शहर के तीनों जल संयंत्रों को पूरी क्षमता पर 24 घंटे संचालित किया जाएगा। जिससे शहर में जलापूर्ति के लिए कुुल 530 एमएलडी पानी का सोधन किया जाएगा वहीं जिन इलाकों में अभी पाइप लाइन नहीं पहुंच पाई है वहां आपूर्ति के लिए टैंकरों का उपयोग किया जाएगा।
चुनाव के बाद शुरू होगा अमृत 2.0 पर काम
शहर में जिन इलाकों में जलापूर्ति के लिए पाइप लाइन मौजूद नहीं है। उनके लिए अमृत योजना 2.0 की संसोधित डीपीआर तैयार की जा रही है। जिसमें शहर के नयागांव, आंवली रोझड़ी, धाकड़खेड़ी, नांता और रायपुरा सहित 86 इलाकों को जोड़ा जाएगा। जिससे इन इलाकों में गर्मी के मौसम में होने वाली पानी की किल्लत से निजात मिलेगी। जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियंता प्रद्युमन बागला ने बताया कि पूर्व में तैयार डीपीआर में जनप्रतिनिधियों व आमजन की दर्ज आपत्तियों के बाद डीपीआर में नए इलाकों को जोड़ने के साथ भौतिक सत्यापन के बाद नई डीपीआर तैयार की जा रही है। जिस पर लोकसभा चुनाव के बाद काम शुरू होने की पूरी संभावना है।
चंबल से नहीं तो ट्यूबवैल या हैंड पंप से आपूर्ति
अधीक्षण अभियंता बागला ने बताया कि विभाग की पूरी कोशिश रहेगी कि शहरवासियों को चंबल का पानी दिया जाए। जिसके लिए प्लांटों को पूरी क्षमता पर चलाने के साथ क्षमता बढ़ाई भी जा सकती है। वहीं जिन इलाकों में सर्फेस वाटर को नहीं पहुंचाया जा सकता वहां टैंकरों के माध्यम से भू जल पहुंचाया जाएगा। इसके लिए भी विभाग द्वारा ट्यूबवेलों को चिन्हित कर उनकी मरम्मत और बिजली आपूर्ति जांचने के लिए भी सहायक अभियंताओं को आदेश जारी कर दिए गए हैं।
टैंकर के लिए टेंडर पूरे
जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियंता प्रद्युमन बागला ने बताया कि शहर के कई इलाके ऐसे में जिनमें अभी जलापूर्ति के लिए पाइप लाइन नहीं पहुंची है। इन इलाकों में गर्मी के मौसम पेयजल भारी किल्लत देखने को मिलती है। ऐसे में इन इलाकों में जलदाय विभाग द्वारा टैंकरों के माध्यम से जलापूर्ति के लिए टेंडरों की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। विभाग के आकलन में शहर के रानपुर, नयागांव, नांता, रायपुरा, बंधा धर्मपुरा, आंवली रोझड़ी सहित 86 इलाके ऐसे हैं जिनमें अभी पाइप लाइन नहीं पहुंची है। इन इलाकों में पानी की खपत बढ़ने से किल्लत भी बढ़ जाती है। जहां विभाग द्वारा हर रोज 150 से 200 टैंकरों के माध्यम से 10 लाख लीटर से ज्यादा पानी की सप्लाई की जाएगी। इसके लिए निविदाएं जारी कर टेंडर कर दिए गए हैं। जिनसे कुछ दिनों में जलापूर्ति शुरु कर दी जाएगी।
तीनों प्लांट पूरी क्षमता से 24 घंटे चलेंगे
शहर में स्थित तीनों जल संयंत्रों से अभी 450 से 500 एमएलडी पानी की सप्लाई की जा रही है। जिन्हें आने वाले समय में पूरी क्षमता पर 24 घंटे के लिए चलाया जाएगा। ताकी जलापूर्ति बिना किसी बाधा के जारी रहे। शहर में 280 एमएलडी क्षमता वाला अकेलगढ़ प्लांट, सकतपुरा स्थित 130 और 70 एमएलडी क्षमता वाले दो प्लांट साथ ही, 50 एमएलडी क्षमता वाले श्रीनाथपुरम प्लांट से 530 एमएलडी पानी का सोधन कर वितरित किया जाएगा। वहीं जरूरत पड़ने पर प्लांटों की क्षमता भी बढ़ाई जा सकती है।
सालों से पानी की समस्या देखते आ रहे हैं कई बार तो दो तीन दिन तक हैंड पंपों के पानी से काम चलाना पड़ता है। गर्मियों में भी यही हालात होते हैं पानी की समस्या खत्म हो जाए तो बहुत राहत मिलेगी।
- जोधराज गुर्जर, नया गांव
पानी की समस्या पूरे साल भर रहती है, जिन्होनें बोरवेल वालों से पैसों में पानी लेना पड़ता है। कई बार पैसे खर्च करके टैंकरों से पानी मंगवाना पड़ता है।
- इन्द्र कुमार, गायत्री विहार, रायपुरा
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