water supply department
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Read More... असर खबर का : जलदाय विभाग सक्रिय, टूटी पेयजल लाइन की दुरुस्त, रात 2 बजे तक चला कार्य
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दैनिक नवज्योति में खबर प्रकाशित होने के बाद विभाग सक्रिय हुआ। 43 करोड़ तो वसूल नहीं कर पाए अब 33 करोड़ का और दे दिया टारगेट, सरकारी विभागों पर करोड़ों रुपए बकाया, कैसे होगा टारगेट पूरा ?
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इस बार जलदाय विभाग को मिला 78.11 करोड़ का टारगेट। असर खबर का - 78 साल, फिर भी हाल बेहाल पानी तक नहीं पीने को
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जिस नदी से ग्रामीण पानी लाते हैं, उसी में जानवर नहाते हैं। पेयजल पाइप लाइन के लिए खोदी सड़कें: मरम्मत के नाम पर गड्ढों में भर दी मिट्टी
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आमजन व राहगीरों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जल संकट : कवाई में पानी की किल्लत, कस्बेवासी परेशान
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पुरानी पानी की टंकी की क्षमता कम, आबादी अधिक अब घर बैठे मिलेगा नल कनेक्शन, मोबाइल पर मिलेगी आवेदन स्वीकृत-अस्वीकृत की जानकारी
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जलदाय विभाग कैम्प लगाकर लोगों को सिखा रहा आवेदन करने के तौर-तरीके असर खबर का - पेयजल संकट से मिली निजात
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आमजन की पीड़ा को नवज्योति टीम ने समाचार पत्र में हैंडपंप मे पाइप लाइन डलवाने की मांग" शीर्षक से प्रमुखता से खबर प्रकाशित की गई थी। चंबल की गहराई से खींचते हैं पानी, 2 किमी दूर होता फिल्टर, तब घरों में पहुंचता है अमृत
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पानी को शुद्ध बनाने में बड़ी मेहनत लगती है, पानी का मोल समझें। स्टाफ की कमी का खामियाजा भुगत रहे आम उपभोक्ता, अपनी समस्याएं लेकर जलदाय विभाग के चक्कर काटने को मजबूर
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छोटे-छोटे कामों के लिए कार्यालय के चक्कर काटने को मजबूर हैं पेयजल उपभोक्ता जल संकट से जूझ रही बस्तियों में 22.50 लाख से जलदाय विभाग लगवा रहा टंकियां, जल संकट से निजात दिलाने में जुटा जल विभाग
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जल संकट से जूझ रही कोटा शहर की तीन बस्तियों में जलदाय विभाग की ओर से लाखों की लागत से 15 टंकियां लगाई जा रही है तपती दुपहरी, खाली बर्तन, आंखों में इन्तजार
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पार्षद बोले-डिमांड के अनुरूप नहीं मिल रहा पानी। शहर में शामिल इलाके, फिर भी गांव जैसे हालात
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लोगों को प्राइवेट बोरिंग से खरीदना पड़ रहा है पानी। 