सूदखोरों से आहत व्यापारी ने खाया जहर, मौत
सुसाइड नोट में कहा, पूरे पैसे दे चुका, कई लोगों को किया नामजद
पिता ने आरोपियों को नामजद कर सुसाइड नोट अपनी जेब में रख लिया था जो कि बाद में परिजनों को अस्पताल से बरामद हुई।
सीकर। सूदखोरों से परेशान होकर शहर के व्यापारी के जहरीला पदार्थ खाकर सुसाइड करने का मामला प्रकाश में आया है। पुलिस के अनुसार एस.के. कॉलेज के निकट रहने वाले व्यापारी के बेटे पुनीत रावत ने पुलिस रिपोर्ट में बताया कि उसके पिता पवन रावत कपड़ों का कारोबार करते थे। उनको कुछ लोगों ने सूदखोरी के जाल में फंसा लिया। आरोपियों में रेनू दीवान, आयुषी दीवान, रणवीर सिंह बाबूलाल खीचड़, पृथ्वी सिंह, मूलचंद सैनी, जावरमल, मास्टर संजय शर्मा, वीरेंद्र सिंह, अंबिका शर्मा निवासी सीकर और सुशील निवासी उदयपुरवाटी और अन्य उन्हें रुपए देने के लिए परेशान करने के साथ जान से मारने की धमकी दे रहे थे, आरोपियों से दुखी होकर उसके पिता ने 5 दिसंबर की रात जहरीला पदार्थ खा लिया।
पिता ने आरोपियों को नामजद कर सुसाइड नोट अपनी जेब में रख लिया था जो कि बाद में परिजनों को अस्पताल से बरामद हुई। जांच अधिकारी सीआई विद्याधर सिंह का कहना है कि सुसाइड नोट में मृतक लिखा कि उसने सारे रुपए चुका दिए गए थे। बावजूद इसके यह लोग पुलिस का दबाव दिखाकर उससे और अधिक पैसे वसूलना चाह रहे थे इससे परेशान होकर ही उसने जहरीला पदार्थ खा लिया।
भाजपा से जुड़ी महिला का नाम भी आया
जानकारी के अनुसार सुसाइड मामले में भाजपा के कार्यक्रमों में देखे जाने वाली एक महिला नेत्री का नाम भी शामिल है। नेत्री पर पहले से भी कई मामले दर्ज है। भाजपा नेत्री अंबिका शर्मा के अनुसार उनका पवन रावत सुसाइड मामले से कोई लेना-देना नहीं है, उनका मामला तो उनके पुत्र पुनीत के साथ 4 साल से कोर्ट में चल रहा है। इधर भाजपा के एक पदाधिकारी ने बताया कि अंबिका का भाजपा से कोई लेना-देना नहीं है।
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