वापस से मुद्रित पाठ्यपुस्तकों लाने के लिए 900 करोड़ रुपए किए आवंटित
डिजिटल पर पढाई करते दौरान गेमिंग और इंटरनेट ब्राउजिंग से भी ध्यान भटकता है
कक्षाओं में मुद्रित पाठ्यपुस्तकों को फिर से शुरू करके स्वीड़न ने अपने शैक्षिक दृष्टिकोण पर दुबारा सोच-विचार कर रहा है
स्वीड़न। कक्षाओं में मुद्रित पाठ्यपुस्तकों को फिर से शुरू करके स्वीड़न ने अपने शैक्षिक दृष्टिकोण पर दुबारा सोच-विचार कर रहा है। 15 साल पहले स्वीड़न ने मुद्रित पाठ्यपुस्तकों को ई-लर्निंग में बदल दिया गया था, अब वापस से मुद्रित पाठ्यपुस्तकों लाने के लिए 900 करोड़ रुपए आवंटित किए है। पाठ्यपुस्तकों को कंप्यूटर और डिजिटल उपकरणों से बदलने का लक्ष्य तकनीक-संचालित दुनिया के लिए तैयार करना और सीखने को अधिक आकर्षक और सुलभ बनाना था। स्वीड़न को 15 सालों में अपने डिजिटल दृष्टिकोण के साथ चुनौतियों का सामना करना पडा है। ई-लर्निंग से आंखों की रोशनी पर पडता है, जिससे समझ और स्मृति पर प्रभाव पडता है। डिजिटल पर पढाई करते दौरान गेमिंग और इंटरनेट ब्राउजिंग से भी ध्यान भटकता है।
पारंपरिक शिक्षा में स्वीडन का निवेश: प्रौद्योगिकी और शिक्षा में संतुलन
इन चुनौतियों से निपटने के लिए, स्वीडन कागजी पाठ्यपुस्तकों को कक्षाओं में वापस लाने के लिए 2022 और 2025 के बीच 104 मिलियन यूरो का निवेश कर रहा है।
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