बांग्लादेश में सत्यजीत रे का पुश्तैनी घर तोड़ने पर रोक : 100 साल पहले किया गया था निर्माण, अब जर्जर हालत में
खराब हालत में है सत्यजीत रे का पुश्तैनी घर
भारतीय सिनेमा के सबसे महान फिल्ममेकर्स में शुमार रहे सत्यजीत रे के बांग्लादेश स्थित पुश्तैनी घर को गिराने पर रोक लगा दी गई है
ढाका। भारतीय सिनेमा के सबसे महान फिल्ममेकर्स में शुमार रहे सत्यजीत रे के बांग्लादेश स्थित पुश्तैनी घर को गिराने पर रोक लगा दी गई है। भारत ने इसे गिराने से रोकने की अपील की थी। अब सत्यजीत रे के इस घर को फिर से बनाया जाएगा। सत्यजीत रे के पुरखों का घर बांग्लादेश के मेमनसिंह के शहर में स्थित है। भारत ने 15 जुलाई को बांग्लादेश से सत्यजीत रे के पुश्तैनी घर को तोड़ने के फैसले पर रोक लगाने की अपील की थी। बांग्लादेश में स्थित सत्यजीत रे का यह घर करीब 100 साल पुराना है। साल 1947 में जब बंटवारा हुआ, तो यह घर बांग्लादेश सरकार के अधीन हो गया था। यह घर सत्यजीत रे के दादा उपेंद्रकिशोर रे चौधरी से जुड़ा है, जो एक मशहूर लेखक थे। रिपोर्ट के मुताबिक, प्रशासन ने अपनी गलती मानी कि उसने बांग्लादेश की 531 संरक्षित स्थलों की लिस्ट में सत्यजीत रे के घर को नहीं डाला था। वहीं, बांग्लादेश उच्चायोग के एक अधिकारी ने बताया कि जिस घर को तोड़ने का फैसला आया, उसमें सत्यजीत रे खुद कभी नहीं रहे। यहां तक कि उनके दादा भी उस घर में नहीं रहे। दादा जिस घर में रहते थे, वह आज भी मौजूद है और उसे विरासत के रूप में सुरक्षित रखा गया है।
खराब हालत में है सत्यजीत रे का पुश्तैनी घर
वहीं, भारत की तरफ से कहा गया है कि सत्यजीत रे का घर खराब हालत में है, जबकि यह बांग्लादेश सरकार की संपत्ति है। हालांकि, इसकी महत्ता को देखते हुए इसे सांस्कृतिक स्थल या संग्रहालय में तब्दील किया जाना चाहिए। भारत ने कहा है कि वह सत्यजीत रे के बंगले के पुनर्निर्माण और संरक्षण में सहयोग करेगा।

Comment List