ट्रांसफार्मर में आग का कारण बन रहा नीचे पड़ा कचरा

केबल जलने से बिजली हो रही गुल, लोग हो रहे परेशान

ट्रांसफार्मर में आग का कारण बन रहा नीचे पड़ा कचरा

जिस तरह से गर्मी में कचरे में आग लगने की घटनाएं हो रही हैं। उसी तरह से ट्रांसफार्मर के पास पड़े कचरे से बरसात के सीजन में मवेशियों में करंट लगने का खतरा रहता है। इसका कारण उस कचरे में खाने की वस्तुएं होने से मवेशी उसे खाने के लिए जैसे ही ट्रांसफार्मर के नजदीक जाते हैं। वैसे ही वे करंट की चपेट में आने से मौत का शिकार हो जाते है।

कोटा। शहर में लोगों की सुविधा के लिए लगाए गए बिजली के ट्रांसफार्मर के आस-पास गर्मी के मौसम में आग लगने की घटनाएं अधिक हो रही है। इसका कारण हैं ट्रांसफार्मर के पास लगा कचरे का ढेर। बिजली विभाग की ओर से घरों में बिना किसी परेशानी के बिजली सप्लाई करने  के लिए निर्धारित स्थानों पर बड़े-बड़े ट्रांसफार्मर लगाए गए हैं। उन ट्रांसफार्मर में करंट का खतरा होने से लोगों की सुरक्षा के लिए लोहे की जालिंयां लगाकर फेंसिंग तक की हुई है। उसके बाद भी हालत यह है कि अधिकतर ट्रांसफार्मर के आस-पास कचरे के ढेर लगे हुए हैं। लोगों ने जालियों के अंदर तक कचरा डाला हुआ है। जिससे गर्मी में शॉर्ट सर्किट होने पर चिंगारी गिरने से उस कचरे में आग लग रही है। जिससे वह आग बढ़कर ट्रांसफार्मर की केबल जला रही है। वहीं कई लोग कचरे के ढेर में आग लगा रहे हैं। जिससे वह बढ़कर भयावह रूप ले रही है। इतना ही नहीं कई जगह पर कचरे के ढेर में लोग जलती बीड़ी व सिगरेट डाल रहे हैं। जिससे भी आग लगने की घटनाएं हो रही हैं। गर्मी के सीजन में जब लोगों को बिजली की अधिक जरूरत है। उस समय में ट्रांसफार्मर के आस-पास आग लगने से केबल जलने की घटनाएं हो रही हैं। जिससे आग बुझाने के दौरान बिजली बंद करनी पड़ रही है। केबल जलने पर उसे बदलने में समय लगता है। जिससे उस दौरान काफी देर तक बिजली बंद रहने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। 

यहां हो चुकी हैं घटनाएं
गत दिनों तलवंडी मैन रोड पर ट्रांसफार्मर में आग लगने की घटना हुई थी। उस समय शॉर्ट सर्किट से निकली चिंगारी से वहां पड़े कचरे के ढेर में  आग लगी जिससे भयावह रूप ले लिया था। इसी तरह केशवपुरा में नाले के पास, बारां रोड पर निजी स्कूल के पास और नयापुरा बस स्टैंड स्थित रैन बसेरे के पास वाले ट्रांसफार्मर में भी इसी तरह से आग लगने की घटनाएं हो चुकी है। लाड़पुरा में जगदीश होटल के पास वाले ट्रांसफार्मर में भी कचरे के कारण आग लगने की घटना हो चुकी है। जिससे नयापुरा व लाड़पुरा में तो काफी देर तक लाइट बंद रही थी। ऐसे में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा था। 

बरसात में मवेशियों के लिए करंट का खतरा
जिस तरह से गर्मी में कचरे में आग लगने की घटनाएं हो रही हैं। उसी तरह से ट्रांसफार्मर के पास पड़े कचरे से बरसात के सीजन में मवेशियों में करंट लगने का खतरा रहता है। इसका कारण उस कचरे में खाने की वस्तुएं होने से मवेशी उसे खाने के लिए जैसे ही ट्रांसफार्मर के नजदीक जाते हैं। वैसे ही वे करंट की चपेट में आने से मौत का शिकार हो जाते है। पिछले साल बरसात में इस तरह की कई घटनाएं हो चुकी है। कुछ समय बाद फिर से बरसात का सीजन भी शुरू होने वाला है। 

ट्रांसफार्मर के आस-पास सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
निजी बिजली कम्पनी केईडीएल के जन सम्पर्क अधिकारी कुंज बिहारी मालव ने बताया कि लोगों को बिना किसी परेशानी के बिजली मिल सके इसके लिए ट्रांसफार्मर लगाए हुए हैं। मैन रोड व निर्धारित स्थानों पर ट्रांसफार्मर के आस-पास लोहे की जालियां व फेंसिंग लगकर सुरक्षा के इंतजाम किए हुए हैं। लेकिन उसके बाद भी लोग ट्रांसफार्मर के पास कचरा डाल रहे हैं। उस कचरे में आग लगा रहे हैं। जिससे ट्रांसफार्मर व उसकी केबल जलने की घटनाएं हो रही हैं। केबल जलने पर उसमें जोड़ नहीं लगता। उसे बदलने में समय लगता है। उतनी देर बिजली बंद रखनी पड़ती है। जिससे गर्मी में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।  मालव ने बताया कि विभाग की ओर से पूर्व में इस तरह की चेतावनी जारी की जा चुकी है। जिसमें बरसात में करंट का खतरा होने व गर्मी में आग लगने की घटनाएं हो रही है। इसके बाद भी लोग नहीं मान रहे हैं। जालियों के अंदर भी कचरा डालकर आग लगा रहे हैं।

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