जान जोखिम में डाल पुलिया कर रहे पार

बैराज से पानी निकासी के बाद रियासतकालीन पुलिया का पुराना हिस्सा टूटा

जान जोखिम में डाल पुलिया कर रहे पार

पानी अधिक होने पर पुलिया का रास्ता बंद कर दिया था।

कोटा। कोटा बैराज के 13 गेट खोलकर की गई पानी की निकासी के बाद पानी उतरने पर नयापुरा स्थित रियासतकालीन पुलिया की दुर्दशा सामने आई है। पुलिया का पुराना हिस्सा पहले से भी अधिक क्षतिग्रस्त हो गया है। उसके बावजूद भी जान जोखिम में डालकर लोग वहां से वाहन निकाल रहे हैं। नयापुरा स्थित रियासत कालीन पुलिया पिछली बार आई बाढ़ में क्षतिग्रस्त हो गई थी। उसके बाद नगर विकास न्यास द्वारा करीब 4 करोड़ रुपए की लागत से इस पुलिया की मरम्मत का काम किया जा रहा है। पुुलिया का काफी काम पूरा हो गया है जबकि कुछ काम अभी बाकी है। इसी बीच फर से बैराज के गेट खोलकर पानी की निकासी की गई। जिससे पुलिया के उपर से पानी बहने लगा था। पानी अधिक होने पर तो वहां रास्ता बंद कर दिया था। दोनों तरफ बेरीकेडिंग व पुलिस कर्मी तैनात थे। लेकिन बुधवार को पानी उतरते ही वहां से सुरक्षा हटा दी गई। जिससे लोग पैदल व दो पहिया वाहन लेकर उस पुलिया से निकलने लगे। लेकिन उस पुलिया का अधिकतर हिस्सा इतना अधिक खतरनाक है कि उस पर से निकलना जान जोखिम में डालना है। उसके बाद भी दिनभर लोग न केवल पैदल वरन. दो पहिया वाहन तक लेकर वहां से निकले। जबकि पुलिया पर चढ़ाई व उतार के समय इतनी अधिक ऊंचाई है कि वहां से वाहन चलाकर नहीं निकल रहे। ऐसे में लोगों को वाहन से उतरकर धक्के मारकर वाहन निकालने पड़े। वहां के बड़े-बड़े पत्थर तक उखड़ गए उसके बाद भी लोग नहीं मान रहे। पानी में बहकर आई गंदगी तक पुलिया पर चिपक गई। हालांकि न्यास की ओर से करवाया जा रहा नया काम इतना मजबृूत है कि जहां पुराने काम के बड़े-बड़े पत्थर उखड़ गए वहीं नए काम को जरा भी नुकसान नहीं हुआ। वह पूरीे तरह से सुरक्षित है। जिससे इतने पानी में पुलिया के नए काम की टेस्टिंग भी हो गई। हालांकि लोगों का कहना था कि कुन्हाड़ी से नयापुरा व नयापुरा से कुन्हाड़ी आने-जाने के लिए यह शॉर्ट कट रास्ता है जबकि बड़ी पुलिया से लम्बा चक्कर काटना पड़ रहा है। इधर नगर विकास न्यास के सचिव मानसिंह मीणा का कहना है कि पुुलिया पर काम चल रहा है। वहां बोर्ड भी लगाया हुआ है कि रास्ता बंद है। फिर भी लोग निकल रहे हैं तो इस संबंध में पुलिस अधिकारियों से बात कर वहां जाब्ता लगवाया जाएगा। 

Post Comment

Comment List

Latest News

पहले झुकी और अगले ही पल चूमने लगी जमीन, तेज हवा से तिनके की तरह उड़ गई स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी की रेप्लिका, मूर्ति के गिरते ही मची भगदड़ पहले झुकी और अगले ही पल चूमने लगी जमीन, तेज हवा से तिनके की तरह उड़ गई स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी की रेप्लिका, मूर्ति के गिरते ही मची भगदड़
ब्राजील के गुआइबा शहर में सोमवार, 15 दिसंबर 2025 को आए तेज आंधी-तूफान ने भारी तबाही मचाई। इस दौरान लगभग...
नेशनल हेराल्ड मामला: अदालत ने गांधी परिवार को एफआईआर की कॉपी देने से किया इनकार
UNSC में भारत की पाकिस्तान का दो टूक, कहा-जम्मू कश्मीर और लद्दाख भारत के अभिन्न हिस्सा थे और रहेंगे…’ सिंधु जल संधि और इमरान खान को लेकर बोला तीखा हमला
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इथियोपिया के आधिकारिक दौरे पर, इन अहम मुद्दों पर होगी चर्चा
सोनिया गांधी ने उठाया संसद में महिला कर्मियों का मुद्दा, मानदेय बढाने और सामाजिक सुरक्षा की मांग की
ग्लोबल वायदा बाजार की नरमी के असर : दोनों कीमती धातुओं में गिरावट, जानें क्या है भाव
विपक्ष के विरोध के बीच "बीमा विधि संशोधन विधेयक-2025" लोकसभा में पेश