Bihar Caste Census: बिहार सरकार ने जातिगत आंकड़े जारी किए, राहुल बोले- जितनी आबादी, उतना हक़, ये हमारा प्रण
ओबीसी 27.12 फीसदी, 20 फीसदी एससी
बिहार सरकार ने गांधी जयंती के मौके पर सोमवार को राज्य में निवास करने वालों के जातिगत आंकड़े जारी कर दिए वहीं आर्थिक और सामाजिक रिपोर्ट बाद में जारी की जाएगी।
पटना। बिहार सरकार ने गांधी जयंती के मौके पर सोमवार को राज्य में निवास करने वालों के जातिगत आंकड़े जारी कर दिए वहीं आर्थिक और सामाजिक रिपोर्ट बाद में जारी की जाएगी।
बिहार सरकार की ओर से विकास आयुक्त विवेक कुमार सिंह जो अभी मुख्य सचिव के प्रभार में हैं ने सचिवालय स्थित सभागार में संवाददाता सम्मेलन कर जातिगत सर्वेक्षण के आंकड़े जारी किये। रिपोर्ट के अनुसार राज्य की कुल आबादी में 36.01 प्रतिशत अत्यंत पिछड़ा, 27.12 प्रतिशत पिछड़ा वर्ग, 19.65 प्रतिशत अनुसूचित जाति और 1.68 प्रतिशत अनुसूचित जनजाति तथा 5.52 प्रतिशत अनारक्षित वर्ग है।
जिसकी जितनी संख्या, उसकी उतनी हिस्सेदारी हो: लालू यादव
बिहार के पूर्व सीएम लालू यादव ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा- आज गाँधी जयंती पर इस ऐतिहासिक क्षण के हम सब साक्षी बने हैं। बीजेपी की अनेकों साजिशों, कानूनी अड़चनों और तमाम षड्यंत्र के बावजूद आज बिहार सरकार ने जाति आधारित सर्वे को रिलीज किया। ये आँकडे वंचितों, उपेक्षितों और गरीबों के समुचित विकास और तरक़्क़ी के लिए समग्र योजना बनाने एवं हाशिए के समूहों को आबादी के अनुपात में प्रतिनिधित्व देने में देश के लिए नज़ीर पेश करेंगे। सरकार को अब सुनिश्चित करना चाहिए कि जिसकी जितनी संख्या, उसकी उतनी हिस्सेदारी हो। हमारा शुरू से मानना रहा है कि राज्य के संसाधनों पर न्यायसंगत अधिकार सभी वर्गों का हो। केंद्र में 2024 में जब हमारी सरकार बनेगी तब पूरे देश में जातिगत जनगणना करवायेंगे और दलित, मुस्लिम, पिछड़ा और अति पिछड़ा विरोधी भाजपा को सता से बेदखल करेंगे।
बिहार ने देश के सामने एक लंबी लकीर खींच दी: तेजस्वी यादव
बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी ने एक्स पर लिखा- कम समय में जाति आधारित सर्वे के आँकड़े एकत्रित एवं उन्हें प्रकाशित कर बिहार आज फिर एक ऐतिहासिक क्षण का गवाह बना। दशकों के संघर्ष ने एक मील का पत्थर हासिल किया। इस सर्वेक्षण ने ना सिर्फ वर्षों से लंबित जातिगत आंकड़े प्रदान किये हैं बल्कि उनकी सामाजिक आर्थिक स्थिति का भी ठोस संदर्भ दिया है। अब सरकार त्वरित गति से वंचित वर्गों के समग्र विकास एवं हिस्सेदारी को इन आंकड़ों के आलोक में सुनिश्चित करेगी। इतिहास गवाह है भाजपा नेतृत्व ने विभिन्न माध्यमों से कितनी तरह इसमें रूकावट डालने की कोशिश की। बिहार ने देश के समक्ष एक नजीर पेश की है और एक लंबी लकीर खींच दी है सामाजिक और आर्थिक न्याय की मंज़िलों के लिए। आज बिहार में हुआ है कल पूरे देश में करवाने की आवाज उठेगी और वो कल बहुत दूर नही है। बिहार ने फिर देश को दिशा दिखाई है और आगे भी दिखाता रहेगा।
जितनी आबादी, उतना हक़: राहुल गांधी
राहुल गाँधी ने जातिगत जनगणना की रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बिहार की जातिगत जनगणना से पता चला है कि वहां OBC + SC + ST 84% हैं। केंद्र सरकार के 90 सचिवों में सिर्फ़ 3 OBC हैं, जो भारत का मात्र 5% बजट संभालते हैं। इसलिए, भारत के जातिगत आंकड़े जानना ज़रूरी है। जितनी आबादी, उतना हक़ - ये हमारा प्रण है।
बिहार की जातिगत जनगणना से पता चला है कि वहां OBC + SC + ST 84% हैं।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 2, 2023
केंद्र सरकार के 90 सचिवों में सिर्फ़ 3 OBC हैं, जो भारत का मात्र 5% बजट संभालते हैं!
इसलिए, भारत के जातिगत आंकड़े जानना ज़रूरी है। जितनी आबादी, उतना हक़ - ये हमारा प्रण है।
बिहार की जनता के बीच भ्रम फैलाने के सिवा कुछ नहीं जातीय जनगणना: गिरिराज सिंह
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने जातिगत जनगणना की रिपोर्ट पर कहा कि जातीय जनगणना बिहार की जनता के बीच भ्रम फैलाने के सिवा कुछ नहीं है। नीतीश कुमार को 15 साल और लालू यादव को अपने 18 साल के कार्यकाल का रिपोर्ट कार्ड देना चाहिए था कि उन्होंने उस दौरान गरीबों का कितना उद्धार किया।
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