लोकसभा चुनाव: कांग्रेस को विधानसभा चुनाव में मिले वोटों पर भरोसा
कांग्रेस को अच्छे मत मिले थे
कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की माने तो चार महीने पहले महीने में हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को लोकसभा की दस सीटों पर अच्छे मत मिले थे।
जयपुर। लोकसभा चुनाव को लेकर प्रदेश में दोनों बड़े दलों भाजपा और कांग्रेस ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। सत्तारूढ़ भाजपा ने हर हालत में प्रदेश की सभी 25 लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज कराने के लिए रणनीति तैयार की है। इसके विपरीत कांग्रेस इस बार अपना खाता खोलने के लिए हर संभव प्रयास करेगी। लोकसभा के पिछले दो चुनावों वर्ष 2014 और 2019 में अपना खाता भी नहीं खोल पाई थी। वैसे तो चुनावी मैनेजमेंट में फिलहाल भाजपा आगे दिख रही है, लेकिन कांग्रेस के नेताओं में भी उत्साह बरकरार है। कांग्रेस को चार महीने पहले हुए विधानसभा चुनावों में मिले वोटों पर अब भी भरोसा है। विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने 39.53 फीसदी मत हासिल किए थे और 69 सीटों पर जीत कराई थी। सत्तारूढ़ भाजपा ने 41.69 प्रतिशत मत हासिल किए थे और 115 सीटों पर सफलता हासिल की थी। भाजपा को लोकसभा चुनावों में बेहतर प्रदर्शन करने की उम्मीद है।
लोकसभा चुनावों में भाजपा को राम मंदिर और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर भरोसा है। कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की माने तो चार महीने पहले महीने में हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को लोकसभा की दस सीटों पर अच्छे मत मिले थे। इस लिहाज से कांग्रेस लोकसभा 10 सीटों पर आगे हैं। इसके साथ ही विधानसभा की कई सीटों पर हार-जीत का अंतर भी दस हजार से कम रहा है। डोटासरा का दावा है कि कई जगह भाजपा के राजनीतिक समीकरण बिगड़ रहे हैं। विधानसभा चुनावों के नतीजे और अब बिगड़ते समीकरणों को देखा जाए तो भाजपा की चिंताएं बढ़ी हुई हैं। विधानसभा चुनावों में भाजपा को इन 15 लोकसभा सीटों चित्तौड़गढ़, राजसमंद, पाली, जोधपुर, अजमेर, नागौर, कोटा, झालावाड़, जयपुर, दौसा, सीकर, बीकानेर, चूरू और भरतपुर में काफी बढ़त मिली थी, लेकिन लोकसभा की दस सीटों बांसवाड़ा, जालौर, बाड़मेर, नागौर, जयपुर ग्रामीण, अलवर, झुंझुनूं, गंगानगर, करौली और सवाई माधोपुर पर कांग्रेस को अच्छे मत मिले थे।
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